शिशु मंदिर परिवार का काम लोगों में आत्मचेतना जगाना: रमानाथ

सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला में रविवार को विद्यालय परिवार की ओर से विजयादशमी समारोह का आयोजन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 13 Oct 2019 05:53 PM (IST) Updated:Tue, 15 Oct 2019 06:14 AM (IST)
शिशु मंदिर परिवार का काम लोगों में आत्मचेतना जगाना: रमानाथ
शिशु मंदिर परिवार का काम लोगों में आत्मचेतना जगाना: रमानाथ

जागरण संवाददाता, सरायकेला : सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला में रविवार को विद्यालय के सचिव रमानाथ आचार्य की अध्यक्षता में हर्षोल्लास के साथ विजयादशमी समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अध्यक्ष जयंत त्रिपाठी, उमाकांत मिश्र, राजा सिंहदेव, शंभूनाथ पति, प्रधानाचार्य प्रसाद महतो, उप प्रधानाचार्य पार्थसारथी आचार्य व रंजन पति ने संयुक्त रूप से किया।

समारोह में विद्यालय सचिव रमानाथ आचार्य ने सरस्वती शिशु मंदिर का इतिहास, उद्देश्य, विस्तार एवं कार्य आदि के संबंध में अपना विचार प्रस्तुत किया। उन्होंने संघ संस्थापक केशवराम बलीराम हेडेगवार का जीवन परिचय सह राष्ट्र प्रेम के संबंध में अपना विचार प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि शिशु मंदिर परिवार लोगों में आत्मचेतना जगाने का काम करता है। शिशु मंदिर का लक्ष्य इस प्रकार की राष्ट्रीय शिक्षा पद्धति का विकास करना है। इसके द्वारा ऐसी युवा पीढ़ी का निर्माण हो सके जो राष्ट्रभक्ति से ओत-प्रोत हो। शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक एवं आध्यात्मिक दृष्टि से पूर्ण विकसित हो और उनका जीवन लोगों के विकास के लिए पूर्ण रूप से समर्पित हो।

राजा सिंहदेव ने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि शिशु मंदिर परिवार देश में राष्ट्रभक्ति की चेतना जगाने के साथ-साथ समाज के शैक्षिक, आध्यात्मिक, नैतिक, संगीत व योग आदि शिक्षा के माध्यम से सामाजिक चेतना जगाने का काम कर रहा है। उमाकांत मिश्र ने कहा कि आचरण से ही आचार्य का निर्माण होता है। विद्यालय के आचार्य व दीदी अपना-अपना दायित्व बखूबी निभा रही हैं। उन्होंने कहा कि हम संकल्प लें कि न तो किसी की बुराई करेंगे और न ही करने देंगे। साथ ही गंदगी मुक्त भारत के निर्माण में अपनी सेवा प्रस्तुत करेंगे। विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रसाद महतो ने आगंतुक अतिथियों का परिचय प्रस्तुत किया। इनके अलावे कई अतिथियों ने अपना विचार व्यक्त किया। मंच संचालन उप प्रधानाचार्य पारथो सारथी आचार्य ने किया, जबकि प्रधानाचार्य ने धन्यवाद ज्ञापन किया। कार्यक्रम में बद्री नारायण दारोघा, सोहन सिंह, सुधीर दास, चिरंजीवी महापात्र, धीरज मिश्र, उर्मिला महापात्र समेत विद्यालय के आचार्य व दीदी उपस्थित थीं।

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