विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाए तभी वन महोत्सव होगा सफल: विधायक

सरायकेला प्रखंड के नुवागांव पंचायत के तितिरबिला में खरकई तट पर नदी तट महोत्सव का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन विधायक चंपई सोरेन ने किया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Jul 2019 06:17 PM (IST) Updated:Tue, 09 Jul 2019 06:31 AM (IST)
विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाए तभी वन महोत्सव होगा सफल: विधायक
विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाए तभी वन महोत्सव होगा सफल: विधायक

जागरण संवाददाता, सरायकेला : सरायकेला प्रखंड के नुवागांव पंचायत के तितिरबिला में खरकई तट पर रविवार को नदी तट महोत्सव का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि विधायक चंपई सोरेन ने पौधरोपण के साथ किया। महोत्सव को संबोधित करते हुए विधायक चंपई सोरेन ने कहा कि कोल्हान की धरती पर घना जंगल हुआ करता था। व्यवस्था में कमी के कारण हम उसे बचा नहीं पाए।

विधायक ने कहा कि वृक्षों के संरक्षण के बिना पचासों किलोमीटर तक फैले सारंडा जंगल आज मैदान में तब्दील हो गया है। प्रतिवर्ष वन महोत्सव आयोजित कर लाखों पेड़ लगाए जा रहे हैं, परंतु जंगल नहीं दिख रहा है। इस पर मंथन करने की जरूरत है। किसकी लापरवाही से पौधरोपण अभियान विफल हो रहा है। जंगल वीरान हो गये हैं। इसकी जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होनी चाहिए, नहीं तो पौधरोपण अभियान एक घोटाला में चला जाएगा।

उन्होंने कहा कि जंगलों की अवैध कटाई के कारण दिन-प्रतिदिन पेड़ों की संख्या में कमी आ रही है। पर्यावरण असंतुलित हो रहा है। आने वाले दिनों के लिए अशुभ संकेत हैं। वृक्ष हमारे जीवन का अभिन्न अंग है। आज के दिन हम पौधरोपण एवं संरक्षण का संकल्प लें। प्रत्येक व्यक्ति कम से कम एक पौधा जरूर लगाएं। अगर हम संरक्षण नहीं करेंगे तो हम पौधे लगाते जाएंगे परंतु जंगल नजर नहीं आएगा। वृक्षों का संरक्षण करना वन विभाग का दायित्व बनता है। विभाग अपने दायित्व एवं जिम्मेवारी निभाए तभी महोत्सव सफल रहेगा।

महोत्सव को संबोधित करते हुए वन प्रमंडल पदाधिकारी आदित्य नारायण ने कहा कि दो साल से नदी तट महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसके तहत नदी के दोनों किनारे पौधरोपण किया जा रहा है। इससे पर्यावरण सुरक्षित रहेगा, नदी का कटाव रुकेगा, बाढ़ में खेत की मिट्टी नहीं कटेगी और जलस्तर का ग्राफ बढ़ेगा। बीस किलोमीटर तक खरकई नदी के दोनों ओर पौधरोपण का लक्ष्य है। इससे कई गांव लाभांवित होंगे। हरित क्रांति आएगी। डीएफओ ने महोत्सव में उपस्थित स्कूली बच्चों को वृक्षों के महत्व को समझाते हुए एक-एक पौधा लगाने का आहवान किया। नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा कि अंधाधुंध पेड़ों की कटाई से पर्यावरण असंतुलित हो रहा है। पेड़ों की कटाई नहीं रोकी गई तो आने वाले दिनों में प्राणी को सांस लेने के लिए सोचना होगा।

प्रमुख गोपीनाथ गागराई ने कहा कि पौधरोपण कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए गांव-गांव में लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाना होगा। पेड़ों की कटाई रोकनी होगी। महोत्सव को डुमरडीहा की मुखिया चांदमोनी देवी व नुवागांव के मुखिया सुधीर चंद्र बोदरा ने संबोधित करते हुए लोगों से पौधरोपण एवं वृक्षों के संरक्षण की अपील की। वनों के क्षेत्र पदाधिकारी प्रमोद कुमार ने कहा कि इस बार नदी तट पर 21 हजार पौधरोपण का लक्ष्य है। 90 से सौ फीसद पौधों का बचाया जाएगा। पौधरोपण के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। तितरबिला में नदी तट पर 2100 फलदार एवं छायादार पौधों का रोपण किया गया। इस मौके पर झामुमों युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष टुलू आचार्य, मोहन महतो, कुमार अक्षय एवं वनपाल दिलीप मिश्रा समेत काफी संख्या में वनरक्षी एवं स्कूली बच्चे व ग्रामीण उपस्थित थे।

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