सरकार नहीं चेती तो आंदोलन होगा उग्र: पारा शिक्षक

सेवा नियमित करने सहित अन्य मांगों को लेकर जिले के पारा शिक्षकों ने वादाखिलाफी रैली निकाली। सरकार विरोधी नारे लगाए और सरायकेला थाने में गिरफ्तारी दी। शाम में सभी पारा शिक्षकों को रिहा कर दिया गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 05 Sep 2019 06:33 PM (IST) Updated:Fri, 06 Sep 2019 06:55 AM (IST)
सरकार नहीं चेती तो आंदोलन होगा उग्र: पारा शिक्षक
सरकार नहीं चेती तो आंदोलन होगा उग्र: पारा शिक्षक

जागरण संवाददाता, सरायकेला: सेवा नियमित करने सहित अन्य मांगों को लेकर जिले से आये पारा शिक्षकों ने सरायकेला थाना में प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में हजारों की संख्या में गुरुवार को जेल भरो आंदोलन के तहत सरायकेला थाना में गिरफ्तारी दी। अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर गुरुवार को पूरे जिले से हजारों की संख्या में पारा शिक्षकों ने जिला मुख्यालय में वादाखिलाफी रैली निकाली और सरायकेला थाने में सामूहिक गिरफ्तारी दी। स्थानीय सरायकेला बीआरसी परिसर में जुटे पारा शिक्षक जिलाध्यक्ष सोनू सरदार के नेतृत्व में जुलूस की शक्ल में सरायकेला थाना पहुंचे। इस दौरान राज्य सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की गई।

गिरफ्तारी के बाद आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश कमेटी सदस्य नरोत्तम सिंह मुंडा ने कहा कि 90 दिनों के भीतर नियमावली तैयार करने की शर्त पर हमने जनवरी में आंदोलन स्थगित किया था। आठ माह बीत जाने के बावजूद सरकार का रवैया हमारे प्रति बिल्कुल उदासीन दिख रहा है। इस कारण पूरे प्रदेश के पारा शिक्षक उबाल पर हैं। सरकार किसी तरह मामले को चुनाव अधिसूचना जारी होने तक ले जाना चाहती है। पारा शिक्षकों ने लड़ाई की शुरूआत कर दी है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष सरदार ने कहा कि यह आंदोलन की शुरुआत भर है। सरकार नहीं चेती तो पारा शिक्षक आगे और भी उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। शाम को सभी पारा शिक्षकों को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया। कार्यक्रम में प्रदेश कोर कमेटी सदस्य लखनलाल महतो, ब्रजेन्द्र सिंहदेव, कार्तिक महतो, विजय लेयंका, रूद्र प्रताप महतो, कुणाल दास, प्रभा मंडल, ज्योतिप्रभा कंडुलना, उदय शंकर महतो, विष्णु महतो, रंजीत प्रमाणिक, राजाराम महतो, साकेत शेखर, वीरेंद्र सोय, विष्णु कुमार, भीष्मदेव सिंह मुंडा, जयराज दास, सनथ दास, सोना किस्कू, सुलोचना महतो, पंगीला हो, अनिता जारिका आदि हजारों पारा शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थीं।

chat bot
आपका साथी