ऐ गोरी चोल गे टाटा जाबो, मनेर मोतोन रसगुल्ला खावाबो..

जागरण संवाददाता, सरायकेला : सरायकेला के पांड्रा गांव में झूमर संध्या का आयोजन किया गया। झ

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 05:55 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 05:55 PM (IST)
ऐ गोरी चोल गे टाटा जाबो, मनेर मोतोन रसगुल्ला खावाबो..
ऐ गोरी चोल गे टाटा जाबो, मनेर मोतोन रसगुल्ला खावाबो..

जागरण संवाददाता, सरायकेला : सरायकेला के पांड्रा गांव में झूमर संध्या का आयोजन किया गया। झूमर सम्राट संतोष महतो पूरी रात कार्यक्रम पेशकर लोगों को खूब झुमाया। संतोष महतो कार्यक्रम की शुरुआत आखड़ा वंदना के साथ किया। इसके बाद दर्शकों की मांग पर कुरमाली, नागपुरी, ओड़िया, खोरठा व संबलपुरी में झूमर पेश किया। संतोष महतो द्वारा प्रस्तुत नाचबो नाचाबो सारा ¨हदुस्ताने झूमर नाच नाचाबो.., सरायकेलार लड्डू जेमन, मांय री तोर गाल गा ओमन.., ऐ गोरी चोल गे टाटा जाबो, मनेर मोतोन रसगुल्ला टा तोके खावाबो..समेत कई गीत पेशकर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान झूमर कलाकार सुदांशु महतो समेत अन्य कलाकारों ने भी युगलबंदी में कई गीत पेश किए। कलाकारों ने ओड़िया, नागपुरी, कुरमाली, खोरठा भाषा में गीत पेशकर लोगों से जमकर वाह वाही बटोरी। महिला कलाकारों ने झूमर गीतों पर लय से लय मिला कर नृत्य किया। मौके पर संतोष महतो ने लोगों से अपनी संस्कृति व परंपरा बचाने की अपील की। झूमर संध्या में काफी संख्या में दर्शक पहुंचे थे।

chat bot
आपका साथी