नहीं रहे जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ रथ

सरायकेला में अधिवक्ता जगत के पितामह माने जाने वाले जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ रथ का बुधवार की तड़के सुबह हार्ट अटैक से मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 17 Sep 2020 01:20 AM (IST) Updated:Thu, 17 Sep 2020 05:07 AM (IST)
नहीं रहे जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ रथ
नहीं रहे जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ रथ

जासं, सरायकेला : सरायकेला में अधिवक्ता जगत के पितामह माने जाने वाले जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ रथ का बुधवार की तड़के सुबह हार्ट अटैक से मौत हो गई।

तड़के सुबह 5:10 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। इधर, निधन की खबर सुनते ही सरायकेला में शोक की लहर दौड़ पड़ी। जिसके बाद साथुआ कॉलोनी स्थित उनके आवास पर उनके अंतिम दर्शन के लिए लोग पहुंचने लगे। जिसमें स्थानीय समाजसेवी जलेश कवि सहित अन्य गणमान्य लोग भी शामिल रहे। वहीं शारीरिक दूरी का पालन करते हुए अंतिम यात्रा निकाली गई। कुदरसाई स्थित श्मशान घाट पर उनके भतीजे कुणाल रथ ने उन्हें मुखाग्नि देते हुए अंतिम संस्कार किया गया।

जानकारी हो कि 76 वर्षीय वरिष्ठ अधिवक्ता विश्वनाथ रथ चार बार डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे। तीन बार सेक्रेटरी रहे थे। वर्ष 2006 से लेकर 2009 तक झारखंड सरकार अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष भी रहे। संयुक्त परिवार की जान थे विश्वनाथ

छह भाई और तीन बहन वाले संयुक्त परिवार को उन्होंने एक सूत्र में पिरो कर रखा था। उनके निधन के बाद मात्र एक भाई और एक बहन रह गए हैं। परिवार में पत्नी के अलावा एक पुत्र और दो बेटियां सहित पूरा संयुक्त परिवार पीछे छोड़ गए हैं। अमेरिका में होने के कारण उनका पुत्र उनके अंतिम दर्शन और यात्रा में शामिल नहीं हो सका है।

बार एसोसिएशन ने की शोक सभा : सरायकेला स्थित बार भवन में डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के तत्वावधान शोक सभा की गई। एसोसिएशन के उपाध्यक्ष प्रभात कुमार की अध्यक्षता में दो मिनट का मौन रखते हुए अधिवक्ताओं ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना किए। मौके पर उपाध्यक्ष ने कहा कि विश्वनाथ काफी मुखर व्यक्तित्व वाले अधिवक्ता थे। अधिवक्ता जलेस कवि ने कहा कि सरायकेला बार की रथ पर सवार होकर रथी की तरह सभी अधिवक्ताओं को आगे लेकर चलने का काम उन्होंने किया। इस अवसर पर सचिव देवाशीष ज्योतिषी, वरिष्ठ अधिवक्ता केदार अग्रवाल, मधुसूदन महापात्र, निर्मल आचार्य, असित सारंगी, प्रणव प्रताप सिंहदेव, अरुण सिंह ने भी विचार रखते हुए उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया। मौके पर अधिवक्ता राधेश्याम साह, अरविद तिवारी, सच्चिदानंद प्रधान, राजकुमार, अनिल सारंगी, नयना पहाड़ी, संदीप पति, तापस, लखींद्र, सुनील सिंहदेव एवं प्रकाश आचार्य सहित अन्य सभी उपस्थित रहे।

chat bot
आपका साथी