नोवामुंडी की तीन पंचायत के 74 गांवों का सीएसआर फंड से होगा विकास

डीसी कार्यालय सभाकक्ष में भारत सरकार के इस्पात संयुक्त सचिव पुनीत कंसल की अध्यक्षता में जिले के पदाधिकारियों तथा खनन क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Sep 2019 07:37 PM (IST) Updated:Wed, 25 Sep 2019 06:37 AM (IST)
नोवामुंडी की तीन पंचायत के 74 गांवों का सीएसआर फंड से होगा विकास
नोवामुंडी की तीन पंचायत के 74 गांवों का सीएसआर फंड से होगा विकास

संवाद सहयोगी, चाईबासा : डीसी कार्यालय सभाकक्ष में भारत सरकार के इस्पात संयुक्त सचिव पुनीत कंसल की अध्यक्षता में जिले के पदाधिकारियों तथा खनन क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की बैठक हुई। बैठक में इस्पात संयुक्त सचिव ने कहा कि जिले में बेहतर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नोवामुंडी खनन क्षेत्र में विकास के कार्य के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। जिसमें सारंडा के अंदर जाने वाली करमपदा सड़क काफी दिनों से वन विभाग के एनओसी के लिए लटकी हुई है, इसमें वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि तत्काल एनओसी देकर कार्य शुरू कराया जाए। वहीं सीएसआर के तहत नोवामुंडी प्रखंड के तीन पंचायत के 74 गांव को आइडियल के रूप में विकसित किया जाएगा। जिससे खनन करने वाले देश के अन्य जगह के लिए एक मिसाल पेश करे। जिला प्रशासन की ओर से उन क्षेत्रों में कार्य शुरू भी कर दिया गया है। इस दौरान बैठक में उप विकास आयुक्त आदित्य रंजन की ओर से जिले में चल रहे विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में बारी-बारी से विस्तारपूर्वक जानकारियां दी गई। साथ ही किन-किन योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है एवं किया जाना है इससे अवगत कराया गया। मौके पर उन्होंने कहा कि सबसे पहले नोवामुंडी प्रखंड अंतर्गत नोवामुंडी बस्ती को मॉडल एवं विकासशील बनाने के लिए चुना गया है। जिसमें सभी योजनाओं को धरातल पर लाते हुए कार्य करना है। जिसमें शिक्षा, स्वास्थ, कृषि, बुनियादी सुविधाएं एवं अन्य सभी समस्याओं पर नोवामुंडी बस्ती में कार्य किए जाने के लिए चिन्हित किया गया है। इस योजना के सफल क्रियान्वयन होने के उपरांत उक्त योजना को नोवामुंडी प्रखंड अंतर्गत सभी ग्राम पंचायतों में लाया जाएगा।

जिले में सभी योजनाओं पर कार्य किए जा रहे हैं जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना में ज्यादा कार्य हुआ है। इसमें 18 सौ जलमीनार पूरे जिले में दिए गए हैं। स्कूली व्यवस्था को ठीक करने के लिए स्कूलों को मर्ज कर दिया जा रहा है जिससे ज्ञान सेतु कार्यक्रम का सफल संचालन हो सके। जिससे छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन में असुविधा ना हो। उपायुक्त अरवा राजकमल ने जनप्रतिनिधियों के द्वारा उठाए गए समस्याओं पर समाधान करने का आश्वासन दिया। साथ ही कहा कि क्षेत्र की सभी समस्याओं का समाधान करने के लिए निरंतर प्रयास जारी रहेगा।

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