परती भूमि विकास योजना में लाखों की फर्जी निकासी

साहिबगंज जिले में पिछले कई सालों के दौरान परती भूमि विकास योजना में कथित रुप से लाखों रुपये की फर्जी निकासी की गई है। लोकायुक्त से इसकी शिकायत करने के बाद संयुक्त कृषि निदेशक संताल परगना इसकी जांच कर रहे हैं। फर्जी तरीके से खाता खोलकर किसानों के लाखों रुपये निकाल लेने की जांच चल रही है। जिले के सभी नौ प्रखंडों में फर्जी निकासी की जांच हो रही है। जिले में वर्ष 13-14 से लेकर 16-17 तक तीन सालों में करीब 3 करोड़ रुपये परती भूमि के विकास के अलावा केंद्र प्रायोजित राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्य मदों में खर्च की गई है। ये राशि जन जातीय क्षेत्रीय उपयोजना के मद में भी खर्च की गई है। सबसे पहले पूर्व उप विकास आयुक्त ने फर्जी निकासी की जांच का जिम्मा जिले के प्रखंड विकास पदाधिकारियों को सौंपा परंतु जांच पूरा नहीं होने पर फिर लोकायुक्त से जांच को लेकर आवेदन दिया गया। इसके बाद लोकायुक्त ने जांच प्रक्रिया आरंभ कराई है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Nov 2018 06:26 PM (IST) Updated:Mon, 26 Nov 2018 06:26 PM (IST)
परती भूमि विकास योजना में लाखों की फर्जी निकासी
परती भूमि विकास योजना में लाखों की फर्जी निकासी

साहिबगंज : साहिबगंज जिले में पिछले कई सालों के दौरान परती भूमि विकास योजना में कथित रूप से लाखों रुपये की फर्जी निकासी हुई। लोकायुक्त से इसकी शिकायत किए जाने के बाद संयुक्त कृषि निदेशक संताल परगना इसकी जांच कर रहे हैं। फर्जी तरीके से खाता खोलकर किसानों के लाखों रुपये निकाल लेने की जांच चल रही है। जिले के सभी नौ प्रखंडों में फर्जी निकासी की जांच हो रही है।

जिले में वर्ष 2013-14 से लेकर 2016-17 तक तीन सालों में करीब तीन करोड़ रुपये परती भूमि के विकास के अलावा केंद्र प्रायोजित राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्य मदों में खर्च की गई है। ये राशि जन जातीय क्षेत्रीय उपयोजना के मद में भी खर्च की गई है। सबसे पहले पूर्व उप विकास आयुक्त ने फर्जी निकासी की जांच का जिम्मा जिले के प्रखंड विकास पदाधिकारियों को सौंपा परंतु जांच पूरा नहीं होने पर फिर लोकायुक्त से जांच को लेकर आवेदन दिया गया। इसके बाद लोकायुक्त ने जांच प्रक्रिया आरंभ कराई है। क्या है पूरा मामला

परती भूमि विकास व रूपांतरण योजना के तहत बोरियो प्रखंड के 1356 हेक्टेयर, मंडरो के 680 हेक्टेयर, तालझारी के 800 हेक्टेयर, बरहेट के 1084 हेक्टेयर, पतना के 1245 हेक्टेयर में परती भूमि पर फसल लगाई गई। केंद्र प्रायोजित योजना के तहत वर्ष 2013-14 में 3015 हेक्टेयर के लक्ष्य में से 1800 हेक्टेयर में भूमि रूपांतरण दिखाया गया। इसके लिए 80.33 लाख आवंटन में 51.68 लाख की राशि खर्च की गई। इसी साल जिले में श्रीविधि से धान की खेती के लिए 1350 हेक्टेयर में खेती का लक्ष्य मिला परंतु 2250 हेक्टेयर में खेती दिखाई गई। साथ ही मिले 28.12 लाख का खर्च दिखाया गया। वर्ष 2016 में पांच हजार हेक्टेयर में परती भूमि पर फसल लगाने का लक्ष्य मिला। इसमें से पहाड़ी जमीन पर 730 हेक्टेयर में बरबट्टी एवं 2348 हेक्टेयर में मक्का की खेती के लिए प्रोत्साहन देने का निर्णय लिया गया। इसके तहत प्रति हेक्टेयर खेत की जुताई के लिए 2.5 हजार की राशि खर्च दिखाई गई है। कृषि विभाग की ओर से विभिन्न कृषि योजनाएं एनजीओ के माध्यम से क्रियान्वित कराकर कथित फर्जी निकासी की गई। किसानों को पता तक नहीं चला और राशि की निकासी कर ली गई। जिले में किसानों से हस्ताक्षर लेकर सूची बनाकर राशि बैंक से निकाल ली गई। जिले के किसानों ने भी पिछले सालों में श्रीविधि से धान की खेती में फर्जीवाड़ा की शिकायत की परंतु जमीनी स्तर पर विभाग की ओर से जांच नहीं कराई गई।

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किसानों के फर्जी खाता खोलकर भुगतान की हो रही जांच : संताल परगना के संयुक्त कृषि निदेशक अजय कुमार ¨सह ने बताया कि लोकायुक्त के पास रांची के किसी व्यक्ति की ओर से इसकी शिकायत की गई है कि परती भूमि विकास योजना में फर्जी खाता खोलकर फर्जी तरीके से किसानों का भुगतान किया गया है। इसकी जांच की जा रही हैं। जांच के बाद ही पता चलेगा कि हकीकत क्या है। साहिबगंज जिले भर के 9 प्रखंड में ऐसी फर्जी निकासी होने की शिकायत की गई है।

साहिबगंज के पूर्व जिला कृषि पदाधिकारी मार्शल खलको के कार्यकाल में फर्जी निकासी की बात सामने आई है। हालांकि किसानों के खाते में राशि का भुगतान किया गया है कि नहीं यह जांच के बाद सामने आएगा। जिले भर के किसानों से सही जांच के बाद ही सही तथ्य सामने आएगा।

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'संताल परगना के संयुक्त कृषि निदेशक को लोकायुक्त के पास रांची के किसी व्यक्ति की ओर से परती भूमि विकास योजना में फर्जी खाता खोलकर फर्जी तरीके से किसानों का भुगतान करने की शिकायत की गई है। इसकी जांच साहिबगंज में की जा चुकी है। जांच के बाद ही पता चलेगा कि हकीकत क्या है। साहिबगंज जिले भर के 9 प्रखंड में ऐसी फर्जी निकासी होने की शिकायत की गई है।

उमेश तिर्की

जिला कृषि पदाधिकारी, साहिबगंज

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