शुद्ध वातावरण के लिए हरियाली जरूरी

शनिवार को Þदैनिक जागरणÞ की ओर से तालझारी प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय मसकलैया में जल संरक्षण हेतु विद्यालय परिसर मे प्रधानाचार्य नागेंद्र प्रसाद सिंह के द्वारा फलदार आम का पौधारोपण किया गया। पौधारोपण के पश्चात विद्यालय में गठित जल सेना के अध्यक्ष अरविद कुमार मंडल उपाध्यक्ष करण कुमार मंडल सदस्य स्वीटी कुमारी सेंटू कुमार मंडल सूरज कुमार मंडल गौतम साह पल्लवी कुमारी बादल मंडल नयन कुमार मंडल लक्ष्मी कुमारी सहित अन्य छात्र-छात्राओं ने पौधे के चारों तरफ ईंट से घेरा

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Sep 2019 08:24 AM (IST) Updated:Sun, 15 Sep 2019 08:24 AM (IST)
शुद्ध वातावरण के लिए हरियाली जरूरी
शुद्ध वातावरण के लिए हरियाली जरूरी

तालझारी (साहिबगंज) :  दैनिक जागरण की ओर से शनिवार को तालझारी प्रखंड के उत्क्रमित उच्च विद्यालय मसकलैया में जल संरक्षण के लिए प्रधानाचार्य नागेंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में जागरण जल सैनिकों ने पौधारोपण किया। बाद में जागरण जल सेना के अध्यक्ष अरविद कुमार मंडल, उपाध्यक्ष करण कुमार मंडल, सदस्य स्वीटी कुमारी, सेंटू कुमार मंडल, सूरज कुमार मंडल, गौतम साह, पल्लवी कुमारी, बादल मंडल, नयन कुमार मंडल, लक्ष्मी कुमारी सहित अन्य छात्र-छात्राओं ने पौधों के चारों ओर ईंट से घेराबंदी भी कर दी। इससे मवेशी पौधे को नष्ट नहीं कर सकेंगे। छात्र-छात्राओं ने पौधे को सुरक्षित रखने एवं पौधे में समय पर जल देने तथा पौधे की सुरक्षा व देखभाल को लेकर संकल्प भी लिया। प्रधानाचार्य नागेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि शुद्ध वातावरण के लिए हरियाली जरूरी है। हरियाली तभी संभव है जब हम पौधे लगाकर इसे पेड़ का रूप देने तक देखभाल भी करेंगे। पेड़ हमें न केवल कड़ी धूप से बचाते हैं बल्कि मीठे-मीठे फल भी प्रदान करते हैं। फलदार वृक्ष लगाकर हम स्वादिष्ट फलों का स्वाद भी ले सकते हैं। कहा भी गया है एक पेड़ सौ पुत्र के समान है। वहीं, सहायक शिक्षक विवेकानंद तिवारी ने भी छात्रों से अपील किया है कि वे जल संरक्षण पर भी ध्यान दें। खासकर वर्षाजल को संरक्षित करने की व्यवस्था करें ताकि आये दिन बढ़ रही जलसंकट को दूर किया जा सके। छत की पानी को हम यूं ही सड़कों में बहा देते हैं यदि हम सब छत की पानी को एक बड़े बर्तन या गड्ढा खोदकर इसमें इकट्ठा कर लें तो इस जल से घरेलू कार्य कर सकते हैं। इसी प्रकार खेतों में भी छोटे-छोटे गड्ढे खोदकर वर्षाजल को सुरक्षित रखकर सिचाई कार्य में उपयोग कर सकते हैं। मौके पर सहायक शिक्षक विवेकानंद तिवारी, सुमित प्रकाश, बमबम राज, नीरज कुमार गोस्वामी, हरिवंश प्रसाद, रामप्रसाद मंडल, मुकेश जायसवाल, रूपेश चंद्र तिवारी, पंचम बेबी आदि मौजूद थे।

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