इलाज में लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई

साहिबगंज : सिविल सर्जन डॉ. भागवत मरांडी ने शनिवार को सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। ि

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Jan 2018 03:13 AM (IST) Updated:Sun, 14 Jan 2018 03:13 AM (IST)
इलाज में लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई
इलाज में लापरवाही बरतने पर होगी कार्रवाई

साहिबगंज : सिविल सर्जन डॉ. भागवत मरांडी ने शनिवार को सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। सिविल सर्जन ने अस्पताल के जनरल वार्ड, महिला वार्ड, बर्न वार्ड, ओपीडी आदि का जायजा लिया। ओपीडी में सिर्फ एक ही डॉ. एके ¨सह की ओर से मरीजों को देखा जा रहा था। इस दौरान सीएस ने वार्ड में भर्ती मरीजों से दवा, भोजन आदि सुविधा अस्पताल की ओर से मिल रही है या नहीं इसकी जानकारी ली। उन्होंने बताया कि बीते दिनों स्वास्थ मंत्री के से जिस मरीज ने दवा बाहर से खरीदने की बात कही थी उससे जानकारी ली गई तो पता चला कि उसने दवा अस्पताल के जनऔषधि केंद्र से खरीदा था। जनऔषधि केंद्र में जेनरिक दवा उपलब्ध है जो काफी कम दाम पर मिलता है। सीएस ने कहा कि मरीजों के इलाज में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल की साफ-सफाई पर संतोष व्यक्त किया। डीएस डॉ. सुरेश कुमार को अस्पताल की सफाई पर विशेष ध्यान देने की हिदायत दी। मरीजों व उनके परिजनों को भी परिसर को स्वच्छ रखने को कहा।

छह डॉक्टरों के भरोसे सदर अस्पताल

कहने को तो जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल को जिला अस्पताल का दर्जा दिया गया है। लेकिन यहां पहले से सुविधा काफी कम हो गई है। अस्पताल में 27 डॉक्टरों का पद सृजित है। लेकिन अभी अस्पताल में महज छह डॉक्टर हैं। इन डॉक्टरों के भरोसे रोजाना ओपीडी व आपात सेवा चलाई जाती है। ओपीडी भी सिर्फ एक डॉक्टर के सहारे चलती है। कभी-कभी तो सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को ही ओपीडी संभालना होता है। बीते दिनों सूबे के स्वास्थ मंत्री ने यहां निरीक्षण किया था, लेकिन वे भी यहां डॉक्टर देने में असमर्थ हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी यहां डॉक्टरों की तैनाती कराने में कोई रूचि नहीं ली है।

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