मंत्रोच्चार के साथ होगी स्वामी विवेकानंद की पूजा-अर्चना

पर्यटन एवं कला-संस्कृति विभाग की ओर से इस वर्ष भी बड़ा तालाब के समीप स्वामी विवेकानंद की जयंतर मनाई जाएंगी।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Jan 2020 03:01 AM (IST) Updated:Wed, 08 Jan 2020 06:15 AM (IST)
मंत्रोच्चार के साथ होगी स्वामी विवेकानंद की पूजा-अर्चना
मंत्रोच्चार के साथ होगी स्वामी विवेकानंद की पूजा-अर्चना

जागरण संवाददाता, रांची : पर्यटन एवं कला-संस्कृति विभाग की ओर से इस वर्ष भी बड़ा तालाब के समीप स्वामी विवेकानंद की जयंती धूमधाम से मनाई जाएगी। क्रीड़ा विभाग के निदेशक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि रामकृष्ण मिशन के सहयोग से इस बार भी वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्वामी विवेकानंद की आदमकद मूर्ति की पूजा-अर्चना की जाएगी। हालांकि पर्यटकों के लिए यह स्थल फिलहाल नहीं खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि बड़ा तालाब स्थित आइलैंड नंबर-1 से आइलैंड नंबर-2 तक स्टील रेलिंग व विद्युत सज्जा का काम पूरा हो चुका है। जेवीएनएल के माध्यम से स्वामी विवेकानंद की मूर्ति के चारों ओर विद्युत सज्जा को चालू कराने का काम कराया जा रहा है। इसके अलावा कुछ कार्य शेष रह गए हैं। रांची नगर निगम की जमीन पर शौचालय व गार्ड रूम आदि का निर्माण कराया जाना है। यह काम पूरा होने में दो-तीन माह लगेंगे। उसके बाद ही यह स्थल शहरवासियों के लिए खोला जाएगा। एक वर्ष बाद भी अंधेरे में स्वामी विवेकानंद

12 जनवरी 2019 को पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्वामी विवेकानंद की आदमकद मूर्ति का अनावरण किया था। उस समय यह घोषणा की गई थी कि दो-तीन माह में विद्युत सज्जा समेत अन्य कार्यो को पूरा करने के बाद यह स्थल आम लोगों के लिए खोला जाएगा। दिन के उजाले में विवेकानंद की आदमकद मूर्ति भले ही भव्य लगती हो, लेकिन रात होते ही स्वामी विवेकानंद की मूर्ति अंधेरे में गुम हो जाती है। पर्यटन विभाग की ओर से विद्युत सज्जा का काम मुंबई की कंपनी सोपोरजी पालोनजी ग्रुप को दिया गया था। पर्यटन विभाग के अधिकारियों के अनुसार 12 जनवरी 2020 से पूर्व स्वामी विवेकानंद की आदमकद मूर्ति के चारों ओर विद्युत व्यवस्था चालू करने की तैयारी थी। हालांकि अब तक यह काम पूरा नहीं हुआ।

उन्होंने बताया कि फिलहाल स्वामी विवेकानंद की 33 फीट उंची मूर्ति व पैडेस्ट्रियन ब्रिज (पहुंच पथ) का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। आगामी तीन माह में फिनिशिंग का कार्य पूरा होगा। कंपनी के अधिकारियों ने यह भी बताया कि मूर्ति अनावरण कार्यक्रम से पूर्व रामकृष्ण मिशन की ओर से पूजा-पाठ व शंखनाद किया जाएगा। उसके बाद योग कार्यक्रम का भी आयोजन होगा।

-----------

बड़ा तालाब के सुंदरीकरण का काम भी अधर में लटका

रांची नगर निगम की ओर से बड़ा तालाब के सुंदरीकरण व जीर्णोद्धार का काम पिछले ढाई वर्षो से कराया जा रहा है। हालांकि समयावधि पूरी होने के बाद भी बड़ा तालाब का स्वरूप नहीं बदला। तालाब का पानी जलकुंभी से भरा पड़ा है। पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसे अपने ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल किया था। फिलहाल तालाब के चारों ओर एलिवेटेड पाथ-वे बनाने का काम भी अधूरा पड़ा है। कुछ जगहों पर आकर्षक लाइट व लोहे के रेलिंग भी लगाए गए हैं। रांची नगर निगम के अधिकारी भी बड़ा तालाब के सुंदरीकरण व जीर्णोद्धार कार्य पर चुपी साधे हुए हैं। रघुवर सरकार की योजना के तहत तालाब के बीच फ्लोटिंग फाउंटेन, आइलैंड नंबर-3 पर कैफेटेरिया, मोटर बोटिंग के साथ-साथ इस स्थल इंटरटेनमेंट हब में परिवर्तित करने की योजना भी तैयार की गई थी।

------

-----

क्या थी योजना

- आइलैंड नंबर-1 और 2 को जोड़ने के लिए 155 मीटर लंबे स्टील पैडेस्ट्रियन ब्रिज का करना है निर्माण।

- विवेकानंद की मूर्ति को तालाब के तीन ओर से देखने की होगी व्यवस्था।

- ब्रिज के नीचे बोट से जाने की होगी व्यवस्था।

- आइलैंड नंबर-2 से आसपास के नजारा को देखने के लिए बेंच की होगी व्यवस्था।

- आइलैंड के इर्द-गिर्द एलइडी लाइट से सुसज्जित पांच फाउंटेन का होगा निर्माण।

- आइलैंड नंबर-1 से आइलैंड नंबर-2 तक जाने के लिए पैडेस्ट्रियन ब्रिज पर एलईडी लाइट्स भी लगाए जाएंगे।

- पैडेस्ट्रियन ब्रिज पर सोलर लाइट की भी व्यवस्था होगी।

- स्वामी विवेकानंद के स्टेच्यू के इर्द-गिर्द लगाए जाएंगे स्पॉट लाइट्स।

- पैडेस्ट्रियन ब्रिज के नीचे लगाए जाएंगे फ्लड लाइट्स।

----------

ये थी लागत

- योजना की कुल लागत : 13 करोड़।

- स्वामी विवेकानंद की मूर्ति के निर्माण की लागत : 03 करोड़।

- आइलैंड-1 से आइलैंड-2 तक पैडेस्ट्रियन ब्रिज की लंबाई : 200 मीटर।

आइलैंड-1 में पीलर की संख्या : 44

पैडेस्ट्रियन ब्रिज में पीलर निर्माण की संख्या : 44

आइलैंड-2 में पीलर की संख्या : 52

chat bot
आपका साथी