विधानसभा अध्यक्ष बोले- किसानों को उत्पादों का उचित मूल्य नहीं मिलना दुख की बात

किसानों को उनके उत्पादों का उचित नहीं मिलना दुख की बात है। इस प ध्यान देने की जरूरत है। किसानों को श्रम का उचित मूल्य मिलना चाहिए। सरकार किसानों को उचित मूल्य के लिए बाजार भी उपलब्ध कराए। उक्त बातें विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो ने कहीं।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 08:47 AM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 02:52 PM (IST)
विधानसभा अध्यक्ष बोले- किसानों को उत्पादों का उचित मूल्य नहीं मिलना दुख की बात
विधानसभा अध्यक्ष बोले- किसानों को उत्पादों का उचित मूल्य नहीं मिलना दुख की बात। जागरण

रांची, जासं । किसानों को उनके उत्पादों का उचित नहीं मिलना दुख की बात है। इस प ध्यान देने की जरूरत है। किसानों को श्रम का उचित मूल्य मिलना चाहिए। सरकार किसानों को उचित मूल्य के लिए बाजार भी उपलब्ध कराए। उक्त बातें विधानसभा अध्यक्ष रविंद्रनाथ महतो ने बीएयू में आयोजित पूर्वी क्षेत्र प्रादेशिक एवं एग्रोटेक - 2021 किसान मेले में कही। उन्होंने कहा कि पहले कृषि को ही सर्वोत्तम माना जाता था। इसके बाद व्यापार का स्थान था। नौकरी का कोई मोल नहीं था।

लोग बेटी की शादी करने से पहले यह देखते थे कि लड़के के घर में खेती होती है या नहीं। झोला में चावल खरीद कर लाने वालों के यहां लोग शादी करना पसंद नहीं करते थे। अब हालात बदल गए हैं। हमने खेती किसानी को पीछे कर दिया। किसानों का सम्मान करना भूल गए हैं। बाजार हमारे ऊपर हावी हो गया है। यह बेहद चिंताजनक है।

खेती से ही दूर हो सकती है देश की गरीबी

विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि खेती से ही देश की गरीबी दूर हो सकती है। केवल उद्योग के सहारे ग़रीबी दूर होने वाली नहीं है। आज जो किसानी कर रहे हैं, उनका सम्मान किया जाना चाहिए। खेती को छोड़िए नहीं, खेती से जुड़िए। हां यह दुख की बात है कि किसानों को उनके उत्पादों का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। किसानों को श्रम का उचित मूल्य मिलना चाहिए। सरकार किसानों को उचित मूल्य के लिए बाजार भी उपलब्ध कराए। हमें कृषि योग्य भूमि  बढ़ाने और वैज्ञानिक तरीके से खेती करने पर जोर देना होगा। मुजफ्फरपुर और भागलपुर के कृषि विश्वविद्यालय की तरह बिरसा कृषि विश्वविद्यालय को भी विकसित करने की जरूरत है।

गौरतलब है कि मेले का उद्घाटन शुक्रवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के द्वारा किया था। इस मेले में आठ किलो की मूली, 22 किलो का कोहरा, बड़ी-बड़ी ओल, लौकी, चुकंदर, शिमला मिर्च, गोभी, पत्तागोभी, जैसी सब्जियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसके अलावा यहां कई खुबसूरत माडल भी बनाए गए हैं।

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