Ram Mandir Ayodhya: मंदिर की विजयगाथा पर फिल्म दिखा लोगों को राम से जोड़ रही विहिप

Ram Mandir Ayodhya चाणक्य सीरियल के निर्माता डा. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने राम मंदिर पर तैयार 18 मिनट की लघु फिल्म की है। विश्‍व हिन्‍दू परिषद अपने अधिकृत ट्विटर हैंडल और इंटरनेट मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर इसे शेयर कर रही है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 09 Jan 2021 10:52 PM (IST) Updated:Sun, 10 Jan 2021 07:30 AM (IST)
Ram Mandir Ayodhya: मंदिर की विजयगाथा पर फिल्म दिखा लोगों को राम से जोड़ रही विहिप
Ram Mandir Ayodhya चाणक्य सीरियल के निर्माता चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने राम मंदिर पर 18 मिनट की लघु फिल्म बनाई है।

रांची, संजय कुमार। Ayodhya Ram Mandir अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह अभियान में जुटी विश्व हिंदू परिषद (विहिप) लोगों को राम मंदिर निर्माण की पूरी कहानी पर बनी लघु फिल्म भी लोगों को दिखा रही है। विहिप वेब और इंटरनेट मीडिया के अपने सभी प्लेटफार्म पर इस लघु फिल्म को शेयर कर रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसे देख सकें। प्रसिद्ध फिल्म निर्माता व निर्देशक डा. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने 'श्रीराम जन्मभूमि की विजयगाथा' नामक यह लघु फिल्म तैयार की है। 18 मिनट की इस फिल्म में 1528 ई. से लेकर अब तक की पूरी कहानी दर्शाई गई है। इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे बाबर के सेनापति ने राममंदिर को ध्वस्त किया था, कैसे राजाओं व आम लोगों ने लड़ाइयां लड़ीं। कैसे राम मंदिर का बनना संभव हो पा रहा है। फिल्म में डा. द्विवेदी ने स्वयं अपनी आवाज दी है।

2.75 लाख गांवों में रामशिला पूजन कराया

लघु फिल्म में 1947 के बाद आजाद भारत में अयोध्या के राम मंदिर को लेकर महसूस किए गए श्रद्धा के उफान को भी दर्शाया गया है। इस क्रम में राजनीतिक घटनाक्रमों से लेकर अदालती कार्यवाही तक का जिक्र है। रामलला की मूर्ति स्वयं से प्रकट हुई। पहली बार रामलला मंदिर का ताला खुलने से लेकर, 1984 में हुई विहिप की धर्म संसद में रामजन्म भूमि की मुक्ति के लिए समिति का गठन होने की भी चर्चा है। 1989 में 2.75 लाख गांवों में रामशिला पूजन करवाए जाने तथा नौ नवंबर 1989 को अनुसूचित जाति से आने वाले कामेश्वर चौपाल से मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास करवाने की घटनाओं को भी बहुत अच्छे ढंग से फिल्माया गया है। 1990 में कारसेवकों पर गोलियां चलवाने तथा 1992 का विध्वंस और इससे जुड़े अन्य प्रसंग भी दिखाए गए हैैं। अंत में सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सरसंघचालक डा. मोहन भागवत की उपस्थिति में भूमि पूजन पर आकर फिल्म समाप्त होती है।

स्वयं की प्रेरणा से तैयार की है लघु फिल्म

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि डा. चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने स्वयं की प्रेरणा से इस लघु फिल्म का निर्माण किया है। इसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं। रामसेतु व पृथ्वीराज फिल्म के निर्माता व निर्देशक वहीं हैं।

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