सामूहिक विवाह से दूर होंगी सामाजिक विषमता
मारवाड़ी भवन में रविवार को श्री हरि सत्संग समिति और एकल अभियान द्वारा 25 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया। इस मौके पर संघ के कई पदाधिकारी उपस्थित थे.
रांची : मारवाड़ी भवन में रविवार को श्री हरि सत्संग समिति और एकल अभियान द्वारा 25 जोड़ों का सामूहिक विवाह कराया गया। इसमें खूंटी, चाईबासा, सिमडेगा, गुमला, लोहरदगा, धनबाद, हजारीबाग, पाकुड़, दुमका के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़े समुदाय से थे। इसका आयोजन कोलकाता निवासी मनमोहन गाड़ोदिया एवं विमला गाड़ोदिया के शादी की 50 वीं वर्षगांठ पर किया गया था। इस मौके पर आरएसएस के सह क्षेत्र संघचालक देवव्रत पाहन ने कहा कि सामूहिक विवाह समाज को समरस बनाने के लिए एवं समाज से विषमता को समाप्त करने का एक सशक्त माध्यम है। सामूहिक विवाह समाज को जोड़ने का काम करता है। कार्यक्रम में मनमोहन एवं विमला ने एक दूजे को वरमाला पहनाई और फिर 25 जोड़ों ने भी एक दूजे को जयमाला पहनाया। इसके बाद सभी जोड़ों ने संकल्प पत्र पढ़ा और सेवा का व्रत लिया। सभी जातियों की शादी पारंपरिक ढंग से की गई। मांगलिक कार्यक्रम दो बजे शुरू हुआ और संध्या तक चला। वर-वधू पक्ष के काफी लोग आए थे। सामूहिक विवाह वैदिक मंगलाचरण, अग्नि को साक्षी मानकार, सिंदूर दान के साथ संपन्न हुआ। नव दंपतियों को बक्सा, कुकर, गद्दा, कंबल, तकिया, चादर, साड़ी, पायल, बिछिया आदि सामग्री प्रदान की गई। कार्यक्रम में आशीर्वाद देने भारत सेवाश्रम संघ के सचिव स्वामी भूतेशानंद, वनवासी संत संतोष मुंडा, संस्था के संत शिबू सोरेन, विहिप झारखंड प्रदेश मार्गदर्शक के कृष्ण चैतन्य ब्रह्माचारी आए थे। पहली बार 1993 में रांची में हुआ था सामूहिक विवाह : स्वागत भाषण सतीश तुलस्यान ने दिया। अग्रवाल सभा के पूर्व अध्यक्ष भागचंद पोद्दार ने कहा कि वे 1992 से सामूहिक विवाह का आयोजन करते आ रहे हैं। पहली बार रांची में 1993 में सामूहिक विवाह हुआ था। अब रांची में कई संस्थाएं करा रही हैं। यह सुखद है। सामूहिक विवाह कराना सौभाग्य की बात है। कार्यक्रम में आरएसएस के विभाग संघचालक ज्ञान प्रकाश जालान, क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल ठाकुर, एकल अभियान के सह अभियान प्रमुख ललन शर्मा, विधायक जीतू चरण राम, प्रदीप राजगढि़या, मुकेश अग्रवाल, प्रमोद सिंह, अमरेंद्र विष्णुपुरी, विद्या भारती के राम अवतार नारसरिया, उषा जालान सहित काफी संख्या में मारवाड़ी समाज के लोग, एकल अभियान के कार्यकर्ता एवं शहर के गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।