रांची के पूजा पंडाल में मां दुर्गा के समकक्ष लगी लालू-राबड़ी की प्रतिमा, विरोध

रांची के एक पंडाल में मां दुर्गा के समकक्ष चारा घोटाला में सजा काट रहे लालू प्रसाद एवं रावड़ी देवी की प्रतिमा लगाए जाने का विरोध शुरु हो गया है। लोग इसका विरोध कर रहे हैं।

By Edited By: Publish:Mon, 07 Oct 2019 05:03 AM (IST) Updated:Tue, 08 Oct 2019 01:30 PM (IST)
रांची के पूजा पंडाल में मां दुर्गा के समकक्ष लगी लालू-राबड़ी की प्रतिमा, विरोध
रांची के पूजा पंडाल में मां दुर्गा के समकक्ष लगी लालू-राबड़ी की प्रतिमा, विरोध

जासं, नामकुम (रांची) : झारखंड की राजधानी रांची के एक पंडाल में मां दुर्गा के समकक्ष चारा घोटाला में सजा काट रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद और उनकी पत्नी पूर्व सीएम राबड़ी देवी की प्रतिमा लगाने से विवाद हो गया है। यह प्रतिमा नामकुम रेलवे स्टेशन के पास नवयुवक संघ के दुर्गापूजा पंडाल में लगाई गई है। मां दुर्गा की प्रतिमा का दर्शन करने आ रहे श्रद्धालु इस पर आक्रोश जता रहे हैं और विरोध कर रहे हैं।

वे इसे हटाने की भी मांग कर रहे हैं। नवयुवक संघ के पूजा पंडाल में लगाई गई लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की प्रतिमा के हाथों में तख्ती और लालटेन है। लालू के हाथ में जो तख्ती है, उसमें उन्हें गरीबों का मसीहा बताया गया है। राबड़ी देवी के हाथ में जो तख्ती है, उसमें उन्हें राजमाता का दर्जा दिया गया है। पंडाल के अंदर सैकड़ों लालटेन भी लगाए गए हैं।

इधर, मां दुर्गा का दर्शन करने आ रहे श्रद्धालु माता के समकक्ष लगाई गई लालू व राबड़ी देवी की प्रतिमा का जमकर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि मां दुर्गा के समकक्ष लालू व राबड़ी की प्रतिमा स्थापित करना गलत है। उसे वहां से तुरंत हटाया जाए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के चाणक्य नगर बौद्धिक प्रमुख अभिषेक कुमार मिश्रा ने कहा कि नवरात्र में मां दुर्गा की पूजा की जाती है। माता शक्ति स्वरूपा हैं। माता के समकक्ष लालू व राबड़ी की प्रतिमा लगाना दुर्भाग्यपूर्ण है।

पूजा समिति के अध्यक्ष ने कहा, हमारी लालू-राबड़ी में गहरी आस्था

नवयुवक संघ पूजा पंडाल समिति के अध्यक्ष व राजद के प्रदेश महासचिव विनोद सिंह ने कहा कि उनकी लालू प्रसाद व राबड़ी देवी में गहरी आस्था है। उन्होंने कहा, प्रतिमा मां के समकक्ष नहीं रखी गई है। इसके अलावा, दोनों मां दुर्गा के सामने हाथ जोड़कर खड़े हैं। लालू व राबड़ी ने गरीबों को अधिकार दिलाने का काम किया है। ऐसे में उन्हें गरीबों का मसीहा कहने में क्या समस्या है।

किया जाएगा विरोध रांची

धर्म जागरण के प्रदेश संत प्रमुख स्वामी दिव्यानंद महाराज ने कहा कि दुर्गापूजा में पूरे विधि-विधान के साथ संपूर्ण देवी-देवताओं को आह्वान कर वेदी पर स्थापित किया जाता है। उसी वेदी पर एक साधारण सा मानव, वो भी कानून की दृष्टि में अपराधी प्रमाणित हो चुका है, और जेल में है, उसकी प्रतिमा बनाकर भगवान के समानातर रखा गया है, जो कि बिल्कुल गलत और असहनीय है।

उन्होंने कहा कि उपयुाक्त रांची और महानगर दुर्गपूजा के अध्यक्ष को भी फोन करके इसे हटाने के लिए निवेदन किया, किंतु इसपर उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं देखी गई। इससे भक्तों की भावनाएं आहत हो रही है। इसे नहीं हटाने पर ¨हदू संगठन विरोध में आंदोलन करेगी।

chat bot
आपका साथी