आर्टिफिशिल इंटेलिजेस व मशीन लर्निग पाठ्यक्रम में हो शामिल

जागरण संवाददाता रांची ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डिवीजन बीआइटी मेसरा के द्वारा शुक्रवार को रि

By JagranEdited By: Publish:Fri, 24 Jan 2020 10:56 PM (IST) Updated:Fri, 24 Jan 2020 10:56 PM (IST)
आर्टिफिशिल इंटेलिजेस व मशीन लर्निग पाठ्यक्रम में हो शामिल
आर्टिफिशिल इंटेलिजेस व मशीन लर्निग पाठ्यक्रम में हो शामिल

जागरण संवाददाता, रांची : ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट डिवीजन बीआइटी मेसरा के द्वारा शुक्रवार को रिपल इंडस्ट्री एकेडमिया संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का विषय अभिनव मानव संसाधन और विश्वविद्यालय सहयोग था। इसका उद्देश्य छात्रों में उद्योग के प्रति व्यवहारिक दृष्टिकोण पैदा करना था।

इस आयोजन के मुख्य अतिथि, अखिल भारतीय शिक्षा परिषद के अध्यक्ष डॉ अनिल डी सहस्त्रबुद्धे ने अपने विचार छात्रों के समक्ष रखे। इस दौरान उपस्थित अतिथियों में कई बीआइटी मेसरा के पूर्व छात्र भी थे। प्रो. उत्पल बौल , डीन एल्यूमिनी और अंतरराष्ट्रीय संबंध एवं संकाय प्रभारी ट्रेनिंग और प्लेसमेंट डिवीजन ने बीआइटी मेसरा के पूर्व छात्रों रवि गुप्ता, शानू सिंह, पुलकित त्रिवेदी और बी अनिल बलीगा को मंच पर अपने पिछले अनुभवों को साझा करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने अपने कॉलेज के बहुमूल्य दिनों को याद किया और बताया कि उनके जीवन में बीआइटी का गहरा प्रभाव रहा है। नौकरी उन्मुख पाठ्यक्रम तैयार करने पर दिया जोर

कुलपति डॉ एस कोनार ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, स्मार्ट हैकथॉन, स्वच्छ और स्मार्ट कैंपस अवार्ड्स की अवधारणाओं को आगे बढ़ाया। उन्होंने अर्थव्यवस्था के दो स्तंभों और उनके बीच एक मजबूत सहयोग के रूप में शिक्षाविदों और उद्योगों के महत्व का भी उल्लेख किया।

टाटा ग्रीन बैटरीज के सीईओ रवि गुप्ता कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने आज के उद्योगों की जरूरतों की ओर सबका ध्यान आकर्षित किया। मुख्य अतिथि, प्रो अनिल डी सहस्त्रबुद्धे ने उद्योग और शिक्षाविदों और वर्तमान कॉलेजियम की स्थिति के बीच महत्वपूर्ण बदलाव के बारे में बात की। उन्होंने फ़्िलप किए गए क्लासरूम ब्लेंडेड लर्निंग में छात्रों को संलग्न करने के लिए एक अभिनव विचार दिया। उन्होंने आगे चलकर अंत:विषय क्रेडिट के माध्यम से पाठ्यक्रम के आधुनिकीकरण पर विस्तार किया, जिसे छात्रों, स्टार्टअप और इंटर्नशिप के हित के अनुसार वितरित किया जाना चाहिए। उन्होंने नौकरी उन्मुख पाठ्यक्रमों के बारे में भी बात की, जिन्हें संस्थानों को पेश किया जाना चाहिए और बताया कि पाठ्यक्रम के एक भाग के रूप में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग अनिवार्य होना चाहिए। बिजनेस टुडे की लिस्ट में रह चुके हैं पुलकित

इस रोचक चर्चा में गूगल पे इंडिया के निदेशक डॉ. पुलकित त्रिवेदी भी मौजूद रहे। गौरतलब है कि डॉ. पुलकित बीआइटी के पूर्व छात्र रह चुके हैं। उन्हें बिज़नेस टुडे 2015 द्वारा भारत के 40 युवा व्यवसायिक नेताओं में जगह दी गई। पुलकित ने कहा कि आज अमेरिका, चीन, जर्मनी, जापान जैसे देश अच्छा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने अनुसंधान पर ज्यादा ध्यान दिया है और नए नए आविष्कार दुनिया को दिए हैं। उन्होंने इन देशों की शिक्षा व्यवस्था की भी तारीफ की।

कार्यक्रम के समापन समारोह में सभी गणमान्य अतिथियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में माधव कौंटिया ने सबका धन्यवाद ज्ञापन किया

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