झारखंड कांग्रेस में नया जोश भर गए आरपीएन सिंह, सभी विधायकों को एक साथ बैठाने में पाई सफलता

Jharkhand Congress Political News झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने झारखंड सरकार संग बेहतर समन्वय किया। अपने कुशल नेतृत्व के कारण आरपीएन सिंह ने पिछले विधानसभा चुनाव में झारखंड में उम्मीद से बेहतर परिणाम दिए थे।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 19 Jan 2021 08:16 PM (IST) Updated:Tue, 19 Jan 2021 08:19 PM (IST)
झारखंड कांग्रेस में नया जोश भर गए आरपीएन सिंह, सभी विधायकों को एक साथ बैठाने में पाई सफलता
झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह।

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने राज्य के अपने हालिया दौरे में कई मोर्चे पर एक साथ काम कर दिखाया है। विभिन्न स्तरों पर गठित होने वाली बीस सूत्री कमेटियों में कांग्रेस की भागीदारी सुनिश्चित करना इसकी एक बानगी है। जाहिर है इसके बाद बोर्ड-निगम की बारी आएगी। साथ ही, सत्तारूढ़ गठबंधन के अहम घटक दल के तौर पर उन्होंने जहां कांग्रेस कोटे के मंत्रियों संग बेहतर समन्वय स्थापित कर पार्टी की घोषणाओं को धरातल पर उतारने का टास्क दिया है, वहीं संगठनात्मक ²ष्टिकोण से कांग्रेस को मजबूत बनाने के लिए वरीय और भरोसेमंद नेताओं को अहम जिम्मेदारियां भी दी हैं।

आरपीएन सिंह झारखंड के अलग-अलग क्षेत्रों के राजनीतिक समीकरण के आधार पर मजबूत टीम तैयार कर रहे हैं, ताकि सत्ता में रहते हुए संगठनात्मक विस्तार की मुहिम को भी तेज किया जा सके। इसकी जरूरत भी कांग्रेस को है। पिछले विधानसभा चुनाव में आरपीएन सिंह ने इसी रणनीति पर काम करते हुए झामुमो और राजद के साथ तालमेल किया और कांग्रेस के पक्ष में उम्मीद से बेहतर परिणाम सुनिश्चित किए। इसी का परिणाम है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने उनपर राज्य के मामलों में पूरा विश्वास दिखाया है।

बड़बोले नेताओं को नसीहत के साथ चेतावनी

झारखंड प्रदेश कांग्रेस में बड़बोले नेताओं की लंबी फेहरिश्त है। कई गुटों में विभक्त ऐसे नेता अक्सर संगठन के लिए मुसीबत पैदा करते हैं। आरपीएन सिंह ने अपने दौरे के क्रम में इन नेताओं को सलाह दी है कि वे ऐसा कोई काम नहीं करें, जिससे विवाद पैदा हो। साथ ही साथ, उन्होंने चेतावनी भी दी है कि पार्टी लाइन से इतर काम करने वाले नेताओं के साथ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी एक विकल्प है। कांग्रेस के विधायकों को एक स्थान पर जुटाकर उन्होंने उन अटकलों को विराम दे दिया है, जिसमें दावा किया जा रहा था कि कुछ विधायक बैठकों से दूरी बना रहे हैं और स्वतंत्र धड़ा बनाने की कोशिश में जुटे हैं।

कार्यकर्ताओं को तरजीह दें मंत्री

हेमंत सरकार में शामिल कांग्रेस कोटे के मंत्रियों को प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह ने कार्यकर्ताओं को तरजीह देने की सलाह दी है। कई स्तरों पर ऐसी शिकायतें आई थीं कि कार्यकर्ताओं का फोन मंत्री नहीं उठाते। आरपीएन सिंह ने ऐसी शिकायत करने वालों को व्यावहारिक दिक्कतों को भी समझने का आग्रह किया। साथ ही, मंत्रियों को भी ताकीद की कि समस्याओं के समाधान करने की दिशा में पहल करें। दौर के क्रम में जिलों में भी मंत्री कार्यकर्ताओं के लिए समय निकालें।

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