Weather Update: तेज हवा के साथ झमाझम बारिश, 5 जून तक छाए रहेंगे बादल; जानें अपने शहर का हाल

Jharkhand Weather Update. मौसम विभाग के अनुसार झारखंड समेत आसपास के क्षेत्रों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 09:59 AM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 03:09 PM (IST)
Weather Update: तेज हवा के साथ झमाझम बारिश, 5 जून तक छाए रहेंगे बादल; जानें अपने शहर का हाल
Weather Update: तेज हवा के साथ झमाझम बारिश, 5 जून तक छाए रहेंगे बादल; जानें अपने शहर का हाल

रांची, जासं। झारखंड में मौसम पिछले दो दिनों से थोड़ा नरम है। गर्मी से लोगों को थोड़ी राहत मिली है। सोमवार की सुबह रांची समेत आसपास के क्षेत्रों में झमाझम बारिश हुई। बताया जा रहा है कि केरल में मानसून प्रवेश कर गया है। इस लिहाज से झारखंड में करीब 15 दिनों बाद मानसून के प्रवेश करने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार झारखंड समेत आसपास के क्षेत्रों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर है। मौसम पूर्वानुमान के तहत दो से पांच जून तक आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और गरज वाले बदल बनने की संभावना है। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. एसडी कोटाल के अनुसार झारखंड में जुलाई व अगस्त में सामान्य बारिश होगी। जुलाई में 103 फीसद व अगस्त में 97 फीसद बारिश होने की संभावना है।

भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी और छत्‍तीसगढ़ तक बने टर्फ लाइन के कारण झारखंड में आंधी-बारिश हो रही है। सोमवार को दिनभर झारखंड के कई इलाकों में तेज हवा के साथ बारिश होगी। उन्‍होंने कहा कि इस बार मानसून में सामान्‍य बारिश होगी।

इससे पूर्व रविवार को राज्‍य के कई हिस्‍सों में तेज हवा के साथ बारिश हुई। सबसे ज्‍यादा बारिश डाल्‍टनगंज में हुई। कोडरमा के जयनगर में हुई बारिश से एक पॉल्‍ट्री फार्म की छत उड़ गई। चतरा में बारिश से डायवर्सन बह गया।

रविवार की रात से सोमवार की सुबह तक 21.4 मिमी. हुई बारिश

रविवार की रात व सोमवार की सुबह गरज व तेज हवा के साथ झमाझम बारिश हुई। रविवार की रात मौसम विभाग ने 13.2 मिमी. बारिश दर्ज किया था, जबकि रविवार की रात से सोमवार की सुबह तक रांची में कुल 21.4 मिमी. बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार रविवार की रात 13.2 मिमी. बारिश दर्ज की गई थी। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. एसडी कोटाल ने बताया कि फिलहााल झारखंड समेत आसपास के क्षेत्रों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर है।

इसके अलावा उत्तर-पश्चिमी राजस्थान से मणिपुर तक पूर्व-पश्चिम की ओर एक टर्फलाइन बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान से उत्तर प्रदेश, बिहार, सब हिमालयन पश्चिम बंगाल होते हुए सिक्किम तक समुद्रतल से ऊपर 0.9 किमी. क्षेत्र में साइक्लोनिक सर्कुलेशन का असर है। मौसम पूर्वानुमान के तहत उन्होंने बताया कि दो जून से पांच जून तक रांची समेत आसपास के क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और गरज वाले बादल बनने की संभावना है। छह जून को आसमान साफ रहेगा।

उन्होंने बताया कि सोमवार को राज्य के मध्य, दक्षिणी व उत्तर-पूर्वी भाग के जिलों में कुछ स्थानों पर तेज हवा (30-40 किमी. प्रतिघंटा) व गरज के साथ वज्रपात और हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होगी। दो जून को उत्तर-पूर्वी व दक्षिण-पूर्वी भाग के जिलों में, तीन जून को दक्षिणी व उत्तर-पूर्वी भाग के जिलों में, चार व पांच जून को राज्य के दक्षिण-पश्चिमी व उत्तर-पिश्चमी भाग के जिलों में कुछ स्थानों पर गरज के साथ वज्रपात और हल्की बारिश होने की संभावना है।

केरल में आज से मानसून ऑनसेट होने की संभावना

मौसम विभाग के निदेशक डॉ. एसडी कोटाल ने बताया कि फिलहाल दक्षिणी अरब सागर, मालदीव, दक्षिण-पश्चिमी व दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी में दक्षिणी-पिश्चमी मानसून के एडवांस होने के लिए सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। सोमवार से केरल में मानसून के ऑनसेट होने की संभावना जताई जा रही है।

गेरुआ पुल का डायवर्सन बहा, चतरा और हजारीबाग से कटा टंडवा

चतरा जिला का टंडवा प्रखंड टापू बन गया है। जिला मुख्यालय, चतरा और प्रमंडलीय मुख्यालय, हजारीबाग से पूरी तरह कट गया है। प्रखंड लाइफलाइन गेरूआ पुल के समीप बना डायवर्सन रविवार को हुई तेज बारिश की भेंट चढ़ गया। दो माह पूर्व इसी तरह गेरुआ पुल का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया था। पुल को ध्वस्त होने और डायवर्सन को बहने से सीसीएल तथा एनटीपीसी को काफी नुकसान का अनुमान है। ग्रामीणों ने बताया कि मार्च में हुई बेमौसम बरसात में गेरुआ पुल का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया था।

विकल्प के रूप में डायवर्सन बनाया गया था। इसके जरिए आवागमन को सामान्य बनाया गया था। साथ ही साथ पुल के जीर्णोद्धार को लेकर प्राक्कलन बनाने की तैयारी की जा रही थी। इसी बीच कोविड-19 को लेकर देश व्यापी लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई। रविवार की सुबह और शाम को हुई झमाझम बारिश में डायवर्सन बह गया। गेरुआ पुल टंडवा को अनुमंडल मुख्यालय, सिमरिया से लेकर जिला एवं प्रमंडलीय मुख्यालय तक को जोड़ता है।

हल्की सी बारिश में बिजली व्यवस्था हुई ठप

जरा सी हवा या तूफान आने के बाद शहर में बिजली व्यवस्था ठप हो जाती है। राजधानी रांची में यह आम बात हो चुकी है। इन दिनों जब भी शहर में बारिश हुई है बिजली व्यवस्था की आंख मिचौली भी चलती रही। शहर के डंगराटोली, बिरसा नगर, पुंदाग, धुर्वा, चर्च रोड, डोरंडा, कोकर, कडरू, पथलकुदवा आदि इलाकों में बारिश होने के बाद काफी समय तक बिजली की समस्या रही। इससे लोग परेशान रहे। बता दें कि सिंह मोड़ के पास गेल के द्वारा कटे हुए केबल का मरम्मत नहीं हो पाई है। सिंह मोड़ के पास गैस पाइप लाइन की मरम्मत के दौरान शुक्रवार को केबल कट गया था। यह अब तक ठीक नहीं हो पाया है। इस स्थान पर एक सुपर स्पेशयिलिटी अस्पताल है इसके सामने गड्ढा होने से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।

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