अब जमीन पर नहीं होगा मरीजों का इलाज

निधी खरे ने कहा सभी विभागों को उपलब्ध करवाया जा रहा है बेड।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Jun 2018 03:48 PM (IST) Updated:Wed, 27 Jun 2018 03:48 PM (IST)
अब जमीन पर नहीं होगा मरीजों का इलाज
अब जमीन पर नहीं होगा मरीजों का इलाज

जागरण संवाददाता, रांची : रिम्स में अक्सर यह सवाल उठता आया है कि इलाजरत मरीजों का बेड़ पर इलाज न हो कर जमीन पर किया जाता है। चाहे मामला न्यूरो सर्जरी, सर्जरी या मेडिसन विभाग का हो। सभी विभागों में यही मामला है। इस मसले पर प्रधान सचिव निधि खरे ने कुछ दिन पहले रिम्स प्रबंधन को निर्देश दिया था कि मरीज का इलाज जमीन पर न कर, बेड़ पर किया जायें।

उन्हें बेड़ उपलब्ध कराया जायेगा। इसी दिशा में कदम उठाते हुए रिम्स प्रबंधन ने सर्जरी और न्यूरो सर्जरी के लिए मरीजों के लिए 28 बेड़ का बफर वार्ड और मेडिसन वार्ड के मरीजों के लिए गैलरी में अतिरिक्त बेड़ लगाने का निर्णय लिया है। रिम्स प्रबंधन का दावा है कि इसकी सुविधा जल्द ही सुनिश्चित करा ली जायेगी।

न्यूरो सर्जरी विभाग, मेडिसिन विभाग, शिशु रोग विभाग में मरीजों की भीड़ ज्यादा रहती है। मौजूदा बेड़ की तुलना भर्ती मरीजों की संख्या में दो से तीन गुणी रहती है। इस कारण मरीजों को मजबूरन जमीन पर ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना पड़ता है। हालांकि, पहले भी इन विभागों के द्वारा कई बार पत्राचार कर रिम्स प्रबंधन से वैकिल्पक व्यवस्था की मांग की थी।

इसके बावजूद यह सुविधा कई वर्षो बीत जाने के बावजूद उपलब्ध नहीं कराया जा सका है। कई विभाग ऐसे है जो भर्ती होने से पहले मरीज और उनके परिजनों से लिखित लेते है कि उन्हें जमीन पर इलाज कराने में कोई असुविधा नहीं है। फिर भी कई मामलों में देखा गया है कि जमीन पर इलाज कराने में परिजन कतराते या चिकित्सक से उलझ जाते है।

ओपीडी के दिन मरीजों की होती सर्वाधिक भीड़ :

ओपीडी वाले दिन संबंधित चिकित्सकों के मरीजों की भीड़ सर्वाधिक रहती है। विशेष कर देखा जाता है कि इनदिनों में मरीज की संख्या संबंधित यूनिट से लेकर बाहर विभाग के गैलरी तक जमीन पर इलाजरत रहते है। जिस वजह से आने-जाने वाले लोगों को तो परेशानी होती ही है। वहीं इलाज कराने आएं मरीजों को इंफेक्शन का डर बना रहता है। इसके अलावा मरीजों को मौसमी मार भी झेलनी पड़ती है।

बयान :

मरीजों की सुविधा को देखते हुए प्रबंधन अतिरिक्त बेड़ की व्यवस्था को लेकर प्रयासरत है। खास कर सर्जरी, न्यूरो सर्जरी और मेडिसिन के मरीजों के लिए अतिरिक्त बेड़ की सुविधा उपलब्ध करायेगी। इसके लिए जगह को चिन्हित कर लिया गया है। जल्द यह व्यवस्था लागू होगी।

डॉ आरके श्रीवास्तव, रिम्स निर्देशक

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