Ranchi: रांची में आज फूटेंगे सिर्फ देसी ग्रीन पटाखे, पांच नवंबर तक होगी बिक्री

Ranchi राजधानी रांची में यह दीपावली देसी ग्रीन पटाखों की धमक से ही गूंजेगी। वह भी अधिकतम 125 डेसिमल साउंड के पटाखे ही फूटेंगे। सरकार द्वारा चाइनीज पटाखों पर बैन लगाने के बाद शहर में वैसे ही चाइनीज पटाखों की बिक्री नहीं होती है।

By Kanchan SinghEdited By: Publish:Thu, 04 Nov 2021 11:01 AM (IST) Updated:Thu, 04 Nov 2021 11:01 AM (IST)
Ranchi: रांची में आज फूटेंगे सिर्फ देसी ग्रीन पटाखे, पांच नवंबर तक होगी बिक्री
राजधानी रांची में यह दीपावली देसी ग्रीन पटाखों की बिक्री बढ़ी है।

रांची, जासं। राजधानी रांची में यह दीपावली देसी ग्रीन पटाखों की धमक से ही गूंजेगी। वह भी अधिकतम 125 डेसिमल साउंड के पटाखे ही फूटेंगे। सरकार द्वारा चाइनीज पटाखों पर बैन लगाने के बाद शहर में वैसे ही चाइनीज पटाखों की बिक्री नहीं होती है। बुधवार को छोटी दीपावली के अवसर पर शहर के मोरहाबादी मैदान के अलावा जयपाल सिंह स्टेडियम, चुटिया, हरमू व डोरंडा में बनाए गए कलस्टर के अलावा शहर के अन्य स्थानों पर दुकानें सजने के बाद लोग धीरे-धीरे खरीदारी करने के लिए सुबह से पहुंचने लगे थे।

शाम चार बजे के बाद इन स्थानों पर पटाखे खरीदने के लिए लोगों की भीड़ भी बढ़ने लगी, जो रात लगभग नौ बजे तक जारी रही। इस दीपावली में लोगों ने शोर करने वाले पटाखों की तुलना में रोशनी करने वाले पटाखों की अधिक खरीदारी की। सुबह से लेकर दोपहर तक ग्राहकों की आमद कम होने से विक्रेताओं में मायूसी छाई थी। लेकिन शाम को भीड़ बढ़ने से उनके चेहरों पर मुस्कान छा गई। हालांकि कोरोना काल एवं पेट्रो उत्पादों में मूल्यवृद्घि के कारण ग्रीन पटाखों की कीमत में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वहीं, कारोबार में 10 से 15 प्रतिशत ग्रोथ की बात भी कही गई। दीपावली के बाद छठ को देखते हुए शहर में पांच नवंबर तक पटाखों की बिक्री होगी।

बच्चों के पटाखे अधिक बिके : दीपावली में बच्चे पटाखे फोड़ने को लेेकर सबसे अधिक उत्साहित रहते हैं। लिहाजा इस वर्ष भी बाजार में बच्चों के पटाखे अधिक बिके। हालांकि कोरोना काल के कारण इस बार भी शिवकाशी से नए आइटम की आवक नहीं हुई। विभिन्न कलस्टरों में अपने-अपने अभिभावकों के साथ पहुंचे बच्चों ने चुटपुट और बटरफ्लाई के अलावा फुलझड़ी, चक्री, अनार, छुरछुरी की खरीदारी में अधिक दिलचस्पी दिखाई। मनपसंद पटाखे मिलने से बच्चों के मासूम चेहरे भी खिल उठे।

युवाओं ने स्काई शॉट को दी तरजीह : युवाओं ने स्काई शॉट की खरीदारी को तरजीह दी। वैसे में बाजार में 4000 रुपये मूल्य तक के स्काई शॉट मौजूद हैं। लेकिन बजट को देखते हुए बाजार में 500 से 700 रुपये मूल्य के सेवन शॉट तक के स्काई शॉट की जोरदार मांग रही। हालांकि फैंसी में 15 से 240 शॉट तक स्काई शॉट की बिक्री हुई।

उपहार देने के लिए फैमिली गिफ्ट पैक की भी रही मांग : दीपावली में स्वजनों एवं मित्रों को उपहार देने का चलन वर्षों पुरानी है। लेकिन समय के साथ इस चलन में भी परिवर्तन आता जा रहा है। लिहाजा इस परंपरा का ध्यान में रखते हुए पटाखा निर्माता विगत दो साल से उपहार देने के लिए फैमिली फैमिली गिफ्ट पैक भी बाजार में पेश कर रहे हैं। बाजार में 500 से 6500 रुपये बॉक्स में फैमिली गिफ्ट पैक मौजूद है। हालांकि बुधवार को लोगों ने खरीदारी के दौरान मिडियम रेेंज वाली गिफ्ट पैक को अधिक तरजीह दी। विभिन्न साइज के बॉक्स में चक्री, अनार, छुरछुरी, फुलझड़ी, अनार, बीड़ी बम, आलू बम, रस्सी, टॉर्च, क्रैकलिंग, लड़ी आदि को शामिल किया गया है।

पटाखों की बिक्री ठीकठाक है। हालांकि कोराना काल में आर्थिक मंदी की वजह से लोग कम मात्रा में पटाखे खरीद रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सिर्फ ग्रीन पटाखों की ही बिक्री हो रही है।

- मनोज कुमार चौधरी, कोषाध्यक्ष, छोटनागपुर फायर वर्क्स डीलर्स एसोसिएशन।

कोरोना महामारी के कारण लोगों की क्रय क्षमता प्रभावित हुई है। दो साल पहले तक सुबह से ही भीड़ उमड़ पड़ती थी। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है। हालांकि शाम को भीड़ बढ़ेगी।

- राकेश सिंह, पटाखा विक्रेता।

पटाखों की कीमत में 15 से 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बच्चों के पटाखे अधिक बिक रहे हैं। मेरी जानकारी में शहर में कहीं चाइनीज पटाखों की बिक्री नहीं होती है।

- संजय सिंह, पटाखा विक्रेता।

कोरोना की वजह से इकोनॉमी पर असर पड़ा है। पहले लोग कम से कम 1000 रुपये की खरीदारी करते थे। वहीं, अब 500 से 600 रुपये के पटाखे ही खरीद रहे हैं। खर्च भी काफी बढ़ गया है।

- सुभाष साहु, पटाखा विक्रेता।

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