Jharkhand: अब बिजली के लिए यूपी पर निर्भर नहीं रहेगा गढ़वा, मेराल में जल्‍द शुरू होगा विद्युत उत्‍पादन

Jharkhand News Garhwa Meral Grid बिजली को लेकर झारखंड आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। गढ़वा के मेराल में ग्रिड तैयार है। संचरण लाइन का काम पूरा हो गया है। मुख्यमंत्री जल्द इसका लोकार्पण करेंगे। पहले रिहंद से गढ़वा में बिजली की सप्लाई होती थी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 07:41 PM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 07:49 PM (IST)
Jharkhand: अब बिजली के लिए यूपी पर निर्भर नहीं रहेगा गढ़वा, मेराल में जल्‍द शुरू होगा विद्युत उत्‍पादन
Jharkhand News, Garhwa Meral Grid बिजली को लेकर झारखंड आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है।

रांची, राज्य ब्यूरो। बिजली उपलब्धता के लिहाज से पिछड़े क्षेत्र में शुमार गढ़वा में अब इसकी किल्लत बीते दिनों की बात होगी। गढ़वा बिजली के लिए उत्तर प्रदेश पर भी निर्भर नहीं रहेगा। शहर से लेकर सुदूर इलाकों तक झारखंड बिजली वितरण निगम अपने बूते आपूर्ति सुनिश्चित करेगा। गढ़वा के सुदूर भादोडीह के मेराल में संचरण ग्रिड का निर्माण पूरी हो चुका है। इस क्षेत्र में दो नदियों के कारण संचरण लाइन का कार्य काफी दुरूह था। इसे अधिकारियों ने युद्ध स्तर पर काम कर पूरा कराया। संचरण निगम मुख्यालय ने विशेष तौर पर योजना को पूरा करने के लिए अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की थी।

बिजली के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर अमल की भी यह एक बानगी है। उन्होंने सारे प्रोजेक्ट्स को समय से पूरा करने का आदेश दिया था। यही वजह है कि कोरोना काल में भी कामकाज में बाधा नहीं आई। अधिकारियों की टीम ने मिशन मोड में काम कर इसे अंजाम दिया। मुख्यालय से भी इसकी सतत माॅनिटरिंग होती रही। बिजली की बेहतर उपलब्धता होने से गढ़वा में उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, वहीं कृषकों को भी इसका लाभ मिलेगा। ऊर्जा संचरण निगम अब इस योजना के औपचारिक लोकार्पण की तैयारियों में जुटा है।

12 साल से लटके चतरा-इटखोरी ट्रांसमिशन लाइन का काम पूरा

चतरा-इटखोरी ट्रांसमिशन लाइन का भी काम पूरा कर लिया गया है। यह महती परियोजना 12 वर्षों से लटकी थी। इसका काम काफी मंद गति से चल रहा था। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद संचरण निगम ने योजना का काम तेजी से आरंभ कराया। इससे चतरा को जहां कम वोल्टेज की शिकायतों से छुटकारा मिलेगा, वहीं पर्यटन के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण इटखोरी को डिमांड के मुताबिक बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। चतरा दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के कमांड एरिया में आता है। संचरण लाइन के निर्माण से डीवीसी पर राज्य सरकार की निर्भरता नहीं रहेगी। इसके कारण क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति अनियमित होती थी।

'बिजली के क्षेत्र में हमारी निर्भरता दूसरों पर नहीं होगी। संचरण लाइन का निर्माण कार्य राज्य सरकार के निर्देशानुसार पूरा कर लिया गया है। यह बिजली के क्षेत्र में राज्य की एक बड़ी उपलब्धि है। संचरण लाइन का काम पूरा होने से डीवीसी पर भी निर्भरता नहीं रही। मुख्यमंत्री ने डीवीसी पर निर्भरता समाप्त करने का आदेश दिया है, इस दिशा में हम तेजी से प्रयास कर रहे हैं।' -केके वर्मा, प्रबंध निदेशक, ऊर्जा संचरण निगम

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