हंगामेदार होगा विधानसभा का मानसून सत्र, विपक्ष के तेवर आक्रामक
विधानसभा का मानसून इस बार पूरी तरह हंगामेदार रहने की संभावना है। 22 से 29 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में विपक्ष के पास कई मुद्दे हैं।
राज्य ब्यूरो , रांची। विधानसभा का मानसून इस बार पूरी तरह हंगामेदार रहने की संभावना है। 22 से 29 जुलाई तक चलने वाले इस सत्र में विपक्ष के पास कई मुद्दे हैं जिसको लेकर सरकार को घेरने की कोशिश होगी।
विपक्ष ने साफ कर दिया है कि उसका रूख सत्र के दौरान आक्रामक होगा। कानून व्यवस्था की खराब स्थिति, पुलिस हिरासत और थाने में मौत, राज्यसभा चुनाव, डोभा, स्थानीय नीति सहित एक दर्जन मुद्दे को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर होगी। विपक्ष ने ऐसे मामलों की सूची जारी की है जिसको लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की जाएगी। इन मुद्दों पर विपक्ष की मांग मानना सरकार के लिए आसान नहीं होगा। ऐसे में सदन के अंदर हंगामा तय माना जा रहा है।
स्पीकर दिनेश उरांव ने इस स्थिति से निपटने को लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने बुधवार को सत्तापक्ष और विपक्षी दलों के नेताओं के साथ बैठक की।
स्पीकर ने विपक्ष के नेता समेत दूसरे दलों के नेताओं से प्रश्नकाल बाधित नहीं करने की अपील की। अगले सत्र से शोक प्रकाश के बाद भी सदन की कार्यवाही चलाने का फैसला लिया गया। अब अमान्य होने के बाद भी कार्यस्थगन प्रस्ताव को सदन के अंदर पढऩे का मौका दिया जाएगा। गंभीर मामलों पर अलग से चर्चा कराई जाएगी। हाई लेवल बैठक में स्पीकर ने आला अधिकारियों को विधायकों द्वारा पूछे गए प्रश्न का जवाब स्पष्ट देने का निर्देश दिया है। उन्होंने लंबित एटीआर पर भी चर्चा की।
जूनियर मोदी बन रहे रघुवर : हेमंत
विपक्ष के नेता हेमंत सोरेन ने राज्य सरकार पर हर मोर्चे पर विफल होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास एक दर्जन से ज्यादा ज्वलंत सवाल हैं, जिसका जवाब सरकार को सदन में देना होगा। मुख्यमंत्री रघुवर दास जूनियर मोदी बनने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री विदेश घूम रहे हैं और रघुवर राज्यों में घूम रहे हैं। राज्य का उद्योग बंद हो रहा है और बाहर के लोगों को निवेश के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। वर्तमान सरकार अबतक की सबसे निक्कमी सरकार साबित हुई है।
आरोप टिप्पणी के योग्य नहीं :सीपी सिंह
नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा है कि सरकार अपना दायित्व बेहतर ढंग से निभा रही है। विपक्ष के नेता का बयान टिप्पणी योग्य नहीं है। उनका बयान उनकी सोच को बताता है। सरकार के पास विपक्ष के हर प्रश्न का उत्तर है। विपक्ष को भी अपने दायित्व का निर्वाह करना होगा। मानसून सत्र को लेकर सरकार पूरी तरह तैयार है।
सरकार की नाकामी पर घेरेंगे: आलमगीर
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा है कि सत्र छोटा है फिर भी इसका उपयोग करने की कोशिश होगी। राज्य में कोई भी सुरक्षित नहीं है। कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है। राज्यसभा चुनाव के दौरान सरकार ने सत्ता का दुरुपयोग किया है। डोभा बनाने के नाम पर गड़बड़ी हो रही है। इन तमाम मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश होगी। अगर सरकार ने विपक्ष के सवाल का जवाब नहीं दिया तो सदन में गतिरोध उत्पन्न होगा।
विपक्ष की बात को भी गंभीरता से लेना चाहिए : स्पीकर
स्पीकर दिनेश उरांव ने कहा है कि सभी दलों से कार्यवाही चलाने में सहयोग करने को कहा गया है। राज्य हित से जुड़े मामलों का हल निकालने की कोशिश होगी। विपक्ष की बात भी सरकार को गंभीरता से लेनी चाहिए। सत्र में ज्यादा से ज्यादा काम हो इसकी कोशिश की जाएगी। सभी दलों के नेता ने सहयोग करने का वादा किया है।