VHP के केंद्रीय महामंत्री बोले- शहर से लेकर गांवों तक रामोत्सव मनाएगी विहिप

विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि इस बार विश्व हिंदू परिषद शहर से लेकर गांवों तक रामोत्सव मनाएगी। वर्ष प्रतिपदा यानी 13 अप्रैल से प्रारंभ होकर हनुमान जयंती यानी 27 अप्रैल तक इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 04:31 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 04:31 PM (IST)
VHP के केंद्रीय महामंत्री बोले- शहर से लेकर गांवों तक रामोत्सव मनाएगी विहिप
VHP के केंद्रीय महामंत्री बोले- शहर से लेकर गांवों तक रामोत्सव मनाएगी विहिप। जागरण

रांची [संजय कुमार] । विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि इस बार विश्व हिंदू परिषद शहर से लेकर गांवों तक रामोत्सव मनाएगी। वर्ष प्रतिपदा यानी 13 अप्रैल से प्रारंभ होकर हनुमान जयंती यानी 27 अप्रैल तक इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। देश के उन सभी गांवों में रामोत्सव आयोजित किए जाएंगे जहां - जहां राम मंदिर निर्माण के लिए 44 दिनों तक चले निधि समर्पण अभियान के दौरान विहिप के कार्यकर्ता पहुंचे थे।

रविवार को दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए परांडे ने कहा कि 15 दिनों तक चलने वाले इस अभियान के तहत विहिप के कार्यकर्ता समाज के लोगों से अपने घरों पर भगवा ध्वज लगाने की अपील करेंगे। लोगों को भारतीय नववर्ष के महत्व के बारे में बताया जाएगा। उनसे हिंदू नववर्ष धूमधाम से मनाने को कहा जाएगा। शहर से लेकर गांवों में छोटी छोटी गोष्ठियां कर भगवान राम के जीवन पर प्रकाश डाला जाएगा। कोरोना संक्रमण की स्थिति जहां ठीक है वहां शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। वैसे सभी जगहों पर आयोजित कार्यक्रमों में सरकार की ओर से कोरोना से बचाव के लिए जारी गाइडलाइंस का पूरी तरह पालन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण करने के लिए लोगों मे जिस तरह का उत्साह देखने को मिला, वह  अद्भुत था। हिंदू समाज के सहयोग से भव्य मंदिर तो बन जाएगा, परंतु जब तक भगवान राम के आचरण को जीवन में नहीं उतारेंगे तब तक रामराज्य की कल्पना हम नहीं कर सकते हैं। इसलिए रामोत्सव के माध्यम से समाज के बीच जाकर उनके जीवन पर प्रकाश डाला जाएगा। कोरोना के कारण जहां स्थिति खराब होगी, वहां एक परिवार में कुछ लोग इकट्ठा होकर कार्यक्रम करेंगे।

सभी पर्व त्योहार हिंदू पंचांग के अनुसार मनाते हैं तो नववर्ष क्यों नहीं

मिलिंद परा़ंडे ने कहा कि जब हम नवरात्र, होली, दीपावली, रक्षाबंधन सहित सभी पर्व त्योहार, यहां तक की शादी विवाह, उपनयन, गृह प्रवेश आदि सभी मांगलिक कार्य हिंदू पंचांग के अनुसार करते हैं फिर भारतीय नववर्ष हिंदू पंचांग के अनुसार क्यों नहीं मना सकते हैं। वर्ष प्रतिपदा के दिन ही इस सृष्टि की रचना ब्रह्मा जी ने की थी। इसलिए हमलोगों को भारतीय नववर्ष मनाने की आदत डालनी चाहिए।

हनुमान जयंती के दिन मंदिरों में होगी महाआरती

परांडे ने कहा कि रामोत्सव के समापन के दिन हनुमान जयंती को सभी मंदिरों में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा और महाआरती की जाएगी। देश के ज्यादा से ज्यादा मंदिरों में कार्यक्रम हो, ऐसा प्रयास चल रहा है।

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