लोजपा पूरी तरह एनडीए के साथ : चिराग

रांची : लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के केंद्रीय संसदीय दल के नेता चिराग पासवान ने साफ कर दिया है देश में पीएम पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। वह रांची में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।

By Edited By: Publish:Mon, 18 Feb 2019 06:26 AM (IST) Updated:Mon, 18 Feb 2019 06:29 AM (IST)
लोजपा पूरी तरह एनडीए के साथ : चिराग
लोजपा पूरी तरह एनडीए के साथ : चिराग
रांची : लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के केंद्रीय संसदीय दल के नेता चिराग पासवान ने साफ कर दिया है कि पार्टी पूरी तरह से एनडीए के साथ है और इस चुनाव में एनडीए उम्मीदवारों को जिताने के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी से बेहतर कोई प्रधानमंत्री नहीं है और इस चुनाव में कम से कम प्रधानमंत्री पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। यह पोस्ट भर चुका है। लगे हाथ उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की भी प्रशंसा की। कहा, वे पाक-साफ हैं और किसी भी जांच का सामना करने में सक्षम हैं। बालिका गृह कांड में उनके खिलाफ सीबीआइ जांच संबंधी सूचनाएं सार्वजनिक हुई थीं और इसी मामले में चिराग नीतीश कुमार के पक्ष में बोल रहे थे। वे पार्टी के दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दूसरे दिन मीडिया से रूबरू थे। पहले दिन का कार्यक्रम पुलवामा में शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए स्थगित कर दिया गया था। चिराग पासवान ने झारखंड के कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि अगले चुनाव में पार्टी पूरी ताकत से लड़ेगी और इसके लिए अभी से मेहनत शुरू कर देना है। कार्यकर्ताओं से उन्होंने पंचायत स्तर के चुनावों से लेकर विधायक तक का चुनाव लड़ने को कहा ताकि अगले चुनाव में सम्मानजनक सीटों की मांग की जाए। संकेतों में वे कह गए कि इस चुनाव में लोजपा सिर्फ एनडीए का प्रचार करेगी, खुद उम्मीदवार नहीं देगी। उन्होंने इसके साथ ही जोड़ा कि बिहार, झारखंड और उत्तरप्रदेश में गठबंधन को मजबूती प्रदान करने में लोजपा के कार्यकर्ता जुटे रहेंगे। केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि देश में नरेंद्र मोदी और एनडीए ने मजबूती से मतदाताओं पर पकड़ बनाई है। इस दौरान झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र प्रधान और अन्य कई नेता मौजूद थे। चुनाव के पहले ही महागठबंधन धराशायी चिराग ने कांग्रेस नीत महागठबंधन के सवाल पर कहा कि चुनाव के पहले ही यह धराशायी हो चुका है। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का साथ स्थानीय दलों ने नहीं दिया तो बिहार में सीटों के बंटवारे को लेकर सभी उलझ रहे हैं। झारखंड में भी महागठबंधन का स्वरूप बनता नहीं दिख रहा है।
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