Jharkhand: झोलाछाप डाक्टर ने ली प्रसूता की जान, मामला बढ़ने लगा तो परिजनों को मोटी रकम दे मृतका का कराया अंतिम संस्कार

स्थानीय बस स्टैंड के समीप कांति आनंद क्लीनिक में शनिवार की सुबह एक प्रसूता की मौत हो गई। बताया गया है कि गर्भवती का सिजेरियन हुआ था। जिसके बाद उसकी स्थिति बिगड़ने लगी और अधिक रक्त स्राव होने से उसकी मौत हो गई। जबकि नवजात को बचा लिया गया है।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Sun, 12 Sep 2021 12:30 PM (IST) Updated:Sun, 12 Sep 2021 12:30 PM (IST)
Jharkhand: झोलाछाप डाक्टर ने ली प्रसूता की जान, मामला बढ़ने लगा तो परिजनों को मोटी रकम दे मृतका का कराया अंतिम संस्कार
झारखंड के चतरा में झोलाछाप डाक्टर ने ली प्रसूता की जान। जागरण

चतरा, संस। स्थानीय बस स्टैंड के समीप कांति आनंद क्लीनिक में शनिवार की सुबह एक प्रसूता की मौत हो गई। बताया गया है कि गर्भवती का सिजेरियन हुआ था। जिसके बाद उसकी स्थिति बिगड़ने लगी और अधिक रक्त स्राव होने से उसकी मौत हो गई। जबकि नवजात को बचा लिया गया है। मृतका प्रमिला देवी राजपुर थाना क्षेत्र के तुलबुल गांव निवासी महेंद्र भुइयां की पत्नी है। मृतका के परिजनों ने बताया कि शुक्रवार को प्रमिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुआ। उसके बाद से इलाज के लिए शहर के न्यू बस स्टैंड स्थित झोलाछाप डाक्टर के क्लिनिक ले गए। जहां डॉ. आनंद ने महिला को देखकर बडे़ ऑपरेशन से बच्चा होने की बात कहते हुए 25 हजार का खर्च बताया। परिजन 20 हजार देने पर राजी हो गए।

झोलाछाप ने अपनी पत्नी की मदद से रात को 12 बजे बड़ा ऑपरेशन किया। महिला ने बेटे को जन्म दिया। लेकिन रक्तचाप अधिक होने पर जच्चा की हालत बिगड़ गई और उसी दरम्यान उसकी मौत हो गई। महिला के मौत होने के बाद झोलाछाप ने उसे सुबह तक ऑपरेशन रूम में ही रखा। सुबह परिजनों को इसकी जानकारी दी। जानकारी होते ही परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। उसके बाद झोलाछाप ने मृतका के अंतिम संस्कार व बच्चे के खर्च के नाम पर परिजनों को मोटी रकम देकर मामले को रफादफा कर दिया। इसकी जानकारी किसी को न हो, इसके लिए अपने कर्मी को परिजनों के घर भेजकर अंतिम संस्कार कर दिया।

इधर, राजपुर थाना पुलिस को घटना की जानकारी मिलते ही थाना प्रभारी दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। हालांकि तब तक काफी देर हो चुका था। शव का अंतिम संस्कार हो चुका था। उन्होंने परिजनों को थाने बुलाकर झोलाछाप के विरुद्ध आवेदन देने की बात कही है। इधर, सिविल सर्जन डा. श्याम नंदन सिंह ने बताया कि आपके माध्यम से जानकारी मिली है। अस्पताल उपाधीक्षक डा. राजीव रंजन की अध्यक्षता में जांच टीम का गठन कर मामले की जांच कराई जाएगी। वहीं कांति आनंद का कहना है कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। कुछ दिनों से वे दिल्ली में हैं।

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