Lockdown E Pass: कल से पूरे झारखंड में जबर्दस्त चेकिंग, पुलिस को तुरंत दिखाएं ई-पास, नहीं तो...

Lockdown E Pass झारखंड में अंतरराज्यीय सीमा पर 98 चेक पोस्ट बनाए गए हैं। अब राज्‍य में प्रवेश करते वक्त पास दिखाना अनिवार्य होगा। पास नहीं रहने पर इंट्री नहीं मिलेगी। कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराने के लिए पुलिस तैयार है। 16 मई से सख्ती बढ़ेगी।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 08:46 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 06:12 AM (IST)
Lockdown E Pass: कल से पूरे झारखंड में जबर्दस्त चेकिंग, पुलिस को तुरंत दिखाएं ई-पास, नहीं तो...
Lockdown E Pass: जिलों में करीब पांच हजार अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं।

रांची, राज्य ब्यूरो। Lockdown E Pass झारखंड में कोरोना वायरस की संक्रमण चेन को तोड़ने के लिए 16 मई से 27 मई तक सख्ती के साथ स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलेगा। राज्य में बिना पास वालों की नो-एंट्री रहेगी। इसके लिए पूरे राज्य में अंतरराज्यीय सीमा से सटे राज्य के सभी जिलों में कुल 98 चेक पोस्ट बने हैं, जहां राज्य के भीतर प्रवेश करने वालों को पास दिखाना होगा। ये चेक पोस्ट झारखंड से सटे हुए राज्य बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ व ओडिशा की सीमा पर बने हुए हैं। पास के लिए झारखंड सरकार ने ई-पास पोर्टल शुरू किया है, जिसपर ई-पास डाउनलोड किया जा सकता है।

बिना पास वालों को राज्य में आने का वाजिब कारण बताना होगा। इस प्रतिबंध से व्यवसायिक मालवाहक वाहनों को मुक्त रखा गया है। बसों का परिचालन पूरी तरह ठप रहेगा। पुलिस चेक पोस्ट सहित सभी भीड़भाड़ वाले स्थान पर सरकार के कोरोना को लेकर जारी दिशा-निर्देश का पालन हो सके, इसके लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों में पांच हजार अतिरिक्त बल को तैनात किया है। इनमें तीन हजार अतिरिक्त पदाधिकारी-जवानों के अलावा आठ इको कंपनी व पांच रैपिड एक्शन पुलिस (रैप) शामिल हैं। इन्हें नियम तोड़ने वालों से सख्ती बरतने का आदेश मिला हुआ है, ताकि इस महामारी को फैलने से रोका जा सके।

किस जिले में कितने चेक पोस्ट

रांची (दो, बंगाल सीमा पर), गुमला (दो, छत्तीसगढ़ सीमा पर), सिमडेगा (तीन, ओडिशा व छत्तीसगढ़ सीमा पर), चाईबासा (छह, ओडिशा सीमा पर), जमशेदपुर (आठ, बंगाल व ओडिशा सीमा), सरायकेला (तीन, बंगाल), धनबाद (चार, बंगाल सीमा), बोकारो (सात, बंगाल सीमा), पलामू (तीन, बिहार सीमा), गढ़वा (तीन, यूपी व छत्तीसगढ़ सीमा), लातेहार (तीन, छत्तीसगढ़ सीमा), चतरा (दो, बिहार सीमा), हजारीबाग (दो, बिहार सीमा), गिरिडीह (एक, बिहार सीमा), रामगढ़ (एक), कोडरमा (दो, बिहार सीमा), दुमका (तीन, बंगाल एवं बिहार सीमा), देवघर (पांच, बिहार सीमा), गोड्डा (14, बिहार सीमा), पाकुड़ (सात, बंगाल सीमा), जामताड़ा (सात, बंगाल सीमा) व साहिबगंज (10, बिहार तथा बंगाल सीमा)।

ई-पास से ही क्वारंटाइन की होगी ट्रेसिंग

- ई-पास डाउनलोड करते वाले को अपना पूरा ब्योरा देना पड़ता है, जैसे वे कहां से कहां जा रहे हैं और क्यों व कितने दिनों के लिए जा रहे हैं। दूसरे राज्य से झारखंड आने वालों की ट्रेसिंग भी संबंधित जिले का प्रशासन इसी ई-पास के जरिये करेगा और उसमें दिए हुए नंबर पर संपर्क कर हाल-चाल लेगा। राज्य में आने वाले को सात दिनों का होम या संस्थागत क्वारंटाइन होना अनिवार्य है, जिसका औचक निरीक्षण ई-पास में दिए गए पते व संपर्क नंबर के माध्यम से जिला प्रशासन करेगा। जो उस नियम को तोड़ेंगे, उनके विरुद्ध विधि-सम्मत कार्रवाई भी होगी। हालांकि, जिन्हें 72 घंटे के भीतर वापस लौट जाना है, उनपर सात दिनों के क्वारंटाइन की बाध्यता नहीं है।

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