डर के मारे बंगाल से भागे भाजपा नेताओं की झारखंड सरकार ने ली सुध

तृणमूल कांग्रेस के नेता-सदस्यों के भय से पश्चिम बंगाल से भाजपा नेता, कार्यकर्ता व ग्रामीण भागकर झारखंड पहुंचे थे।

By Edited By: Publish:Thu, 06 Sep 2018 08:51 AM (IST) Updated:Thu, 06 Sep 2018 03:49 PM (IST)
डर के मारे बंगाल से भागे भाजपा नेताओं की झारखंड सरकार ने ली सुध
डर के मारे बंगाल से भागे भाजपा नेताओं की झारखंड सरकार ने ली सुध

रांची। पश्चिम बंगाल के मालदा व अन्य जिलों के पंचायत चुनाव में भाजपा के नव निर्वाचित प्रतिनिधियों व ग्रामीणों का तृणमूल कांग्रेस के नेताओं व सदस्यों के डर से झारखंड में शरण लेने के मामले पर सरकार ने संज्ञान लिया है। विशेष शाखा के एडीजी के 30 जुलाई, 2018 के गोपनीय पत्र का हवाला देकर मुख्यमंत्री सचिवालय ने 20 अगस्त को गृह विभाग के प्रधान सचिव को आवश्यक कार्रवाई का आदेश दिया था। अब गृह विभाग ने रांची, बोकारो व धनबाद के डीसी, एसएसपी और एसपी को पत्र लिखकर उक्त समस्या के समाधान के लिए समुचित कार्रवाई का निर्देश दिया है।

गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के नेता-सदस्यों के भय से तीन जुलाई से 17 जुलाई के बीच पश्चिम बंगाल से भाजपा नेता, कार्यकर्ता व ग्रामीण भागकर झारखंड पहुंचे थे। इनकी संख्या 289 है। इनमें 172 लोग रांची, 50 लोग बोकारो व 67 लोग धनबाद जिले में शरण लिए हैं। आरोप है कि इन्हें स्वतंत्र व निष्पक्ष मतदान के अधिकार से वंचित किया जा रहा है।

जानें, क्या है विशेष शाखा की रिपोर्ट में
30 जुलाई को विशेष शाखा के एडीजी ने सरकार को जो रिपोर्ट भेजी थी, उसके अनुसार पश्चिम बंगाल के मालदा, उत्तरी दिनाजपुर व पुरुलिया जिले में 14 मई को पंचायत चुनाव में अधिकतर तृणमूल विरोधी दल (भाजपा व अन्य दल) के प्रतिनिधि निर्वाचित हुए हैं। उन्हें 13 व 14 अगस्त के मुखिया, सभापति व सभाधिपति पद के लिए मतदान करना था। स्वाभाविक था कि इन पदों पर भाजपा के प्रतिनिधि ही निर्वाचित होते। इसलिए पराजय के भय से तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों व कार्यकर्ताओं ने अपने पक्ष में मतदान के लिए उनपर दबाव बनाया।

बात नहीं मानने पर उनके साथ मारपीट करने लगे। पुलिस की मदद से झूठे केस में फंसाकर जेल भेजा जाने लगा। उन्हें अपहरण व महिलाओं से दु‌र्व्यवहार की धमकी दी जाने लगी। स्थानीय पुलिस-प्रशासन से भी उन्हें सहायता नहीं मिली तो वे अपनी सुरक्षा के लिए झारखंड के धनबाद, बोकारो व रांची के विभिन्न जगहों पर शरण लिए हुए हैं।

किस जिले में कितने शरणार्थी लिए हैं शरण
रांची : 03 जुलाई की रात पुरुलिया जिले के पाड़ा, बलरामपुर, बाघमुंडी, अड़सा, जयपुर, झालदा व रघुनाथपुर प्रखंड के नवनिर्वाचित वार्ड सदस्य 46, पंचायत समिति सदस्य -32 व जिला परिषद् सदस्य 01 सहित करीब 172 ग्रामीण हैं। ये ग्रामीण रांची के अनगड़ा थाना क्षेत्र में गेतलसूद बीसा में जसपुरिया बीएड कॉलेज में ठहरे हुए हैं।
बोकारो : मालदा जिले के बाबुनगुला प्रखंड में भाजपा के जीते 28 जन प्रतिनिधि महिला सहित कुल 50 लोग बाबुनगुला प्रखंड के भाजपा अध्यक्ष आनंद मंडल तथा प्रखंड युवा मोर्चा के अध्यक्ष अमित घोष के नेतृत्व में बोकारो के हरला स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में 16 जुलाई की रात से शरण लिए हुए हैं।
धनबाद : जिले के निरसा थाना क्षेत्र के साहू धर्मशाला व राजलक्ष्मी मैरेज हॉल व अन्य स्थानों पर भी मालदा व उत्तरी दिनाजपुर जिले के भाजपा के नवनिर्वाचित पंचायत प्रतिनिधि सहित 67 लोग अपने परिवार व अन्य सदस्यों के साथ 17 जुलाई से रह रहे हैं।

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