Jharkhand Crime: लोहरदगा में विधवा महिला के साथ हैवानियत करने वाला दोनों आईआरबी जवान बर्खास्त

Jharkhand Crime News झारखंड के लोहरदगा जिला में विधवा महिला के साथ हैवानियत करने वाले दोनों आईआरबी जवानों को पुलिस मुख्यालय ने बर्खास्त कर दिया है। इन दोनों जवान ने लोहरदगा जिला के सेरेंगदाग थाना क्षेत्र में चार अक्टूबर को महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Mon, 10 Oct 2022 03:04 PM (IST) Updated:Mon, 10 Oct 2022 06:24 PM (IST)
Jharkhand Crime: लोहरदगा में विधवा महिला के साथ हैवानियत करने वाला दोनों आईआरबी जवान बर्खास्त
Jharkhand Crime News: लोहरदगा में विधवा महिला के साथ दुष्कर्म करने वाला दोनों आरोपित आईआरबी जवान बर्खास्त।

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Crime News लोहरदगा जिले के सेरेंगदाग थाना क्षेत्र में एक आदिवासी विधवा से हैवानियत करने वाले इंडियन रिजर्व बटालियन-5 (आइआरबी-5) गुमला के दोनों जवानों को जांच के बाद घटना के तीन दिनों के भीतर पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर कमांडेंट अजय बाड़ा ने बर्खास्त कर दिया है। बर्खास्त जवानों में कृष्ण कांत तिवारी व अजय बाड़ा शामिल हैं। दोनों लोहरदगा जिले के सेरेंगदाग पिकेट में तैनात थे, जहां चार अक्टूबर की दोपहर खेत में घास काटने गई एक 50 वर्षीया आदिवासी विधवा से सामूहिक दुष्कर्म के बाद मारपीट कर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था और उसके प्राइवेट पार्ट को भी किसी वस्तु से मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया था। महिला को नाजुक हालत में पहले लोहरदगा और उसके बाद रिम्स में भर्ती कराया गया था, जहां वह इलाजरत है।

बलों की पंजियों से हटा दिए गए हैं नाम

आइआरबी-5 गुमला का कैंप मुख्यालय धुर्वा में है। लोहरदगा के सेरेंगदाग पिकेट में इस बटालियन के जवानों की तैनाती है, जिसमें ये दोनों जवान भी तैनात थे। कमांडेंट ने दोनों जवानों को बर्खास्त करने संबंधित आदेश सात अक्टूबर की तिथि में निकाला है। उन्होंने अपने आदेश में लिखा है कि पुलिस की छवि को बरकरार रखने तथा पुलिस बलों में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए संविधान में निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए उन्होंने बर्खास्त किया है। बर्खास्तगी के बाद उन्हें कोई आर्थिक लाभ नहीं मिलेगा। सभी बलों की पंजियों से उनके नाम हटा दिए गए हैं।

यह है पूरा मामला

लोहरदगा के महिला थाने में पांच अक्टूबर 2022 को पीड़िता के बयान के आधार पर सामूहिक दुष्कर्म व जान से मारने की कोशिश से संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। महिला की मेडिकल जांच कराई गई थी, महिला थानेदार व लोहरदगा के एसपी ने भी पीड़िता का बयान लिया था। कांड के अनुसंधानकर्ता लोहरदगा के डीएसपी मुख्यालय परमेश्वर प्रसाद हैं। पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि महानवमी का प्रसाद खाने के लिए उसके पड़ोसी के यहां दोनेां जवान गए थे। वह भी अपने बेटे के साथ गई थी और प्रसाद खाकर सभी वापस हो गए थे। दोनों जवानों ने वहां प्रसाद खाने के साथ-साथ शराब भी पीया। उसी दिन दोपहर में महिला मवेशी के लिए घास लेने गई थी, जहां अकेला पाकर दोनों जवानों ने उसके साथ हैवानियत किया।

नक्सल प्रोटोकाल के उल्लंघन के भी दोषी मिले दोनों जवान

बर्खास्त दोनों जवानों के विरुद्ध जांच में यह स्पष्ट हुआ कि दोनों जवान पिकेट से सवा बारह बजे से दोपहर साढ़े तीन बजे तक बिना किसी को सूचित किए गायब थे। सेरेंगदाग घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र है, जहां पिकेट से बाहर निकलने के लिए एसओपी बना हुआ है, इसकी जवानों ने अवहेलना की है। जांच अधिकारी ने दोनों जवानों को भी अपने बचाव में पक्ष रखने का पूरा मौका दिया, जिसमें वे असफल रहे। विभाग ने उन्हें घोर अनुशासनहीनता, कर्तव्यहीनता, कुआचरण व चरित्रहीनता का दोषी पाया।

विभागीय कार्रवाई को प्रभावित कर सकते थे, इसलिए नहीं दिया गया मौका

कमांडेंट ने आदेश में लिखा है कि दोनों जवान विभागीय कार्रवाई के दायरे में आते तो वे पीड़िता व उसके परिवार पर दबाव बनाते, विभागीय कार्रवाई को प्रभावित कर सकते थे। वे न्यायिक हिरासत में हैं, इसलिए विभागीय कार्रवाई भी ससमय पूरा नहीं हो पाता, जिसका अनुचित लाभ उन्हें मिलता। यह न्यायोचित नहीं होता, इसलिए उनके विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य के आधार पर ही उन्हें बर्खास्त किया गया है।

दैनिक जागरण के इस खबर की हुई पुष्टि

सेरेंगदाग पिकेट में विगत चार अक्टूबर को खेत में घास काटने गई विधवा महिला के साथ न सिर्फ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया था, बल्कि आईआरबी के दोनों जवानों ने दरिंदगी की सारी हदें पार करते हुए महिला के प्राइवेट पार्ट में किसी धारदार चीज से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जिससे महिला की स्थिति गंभीर हो गई थी। महिला का इलाज फिलहाल रांची के रिम्स में चल रहा है। आईआरबी के दोनों जवानों को बर्खास्त किए जाने की कार्रवाई भविष्य में किए जाने संबंधी खबर दैनिक जागरण में विगत छह अक्टूबर को लोहरदगा सहित विभिन्न संस्करणों में प्रकाशित हुई थी। दैनिक जागरण के इस खबर की पुष्टि हो गई है। पुलिस मुख्यालय ने आईआरबी के दोनों जवानों को बर्खास्त कर दिया है। आईआरबी के दोनों जवान फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं।

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