CM हेमंत सोरेन ने की सीधी बात, महागठबंधन की बैठक में बाबूलाल और सरयू राय भी पहुंचे

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई बैठक में मंगलवार को होने वाले विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में औपचारिक चर्चा हुई। भावी स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने सभी से शिष्टाचार भेंट की।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Tue, 07 Jan 2020 10:43 AM (IST) Updated:Tue, 07 Jan 2020 10:43 AM (IST)
CM हेमंत सोरेन ने की सीधी बात, महागठबंधन की बैठक में बाबूलाल और सरयू राय भी पहुंचे
CM हेमंत सोरेन ने की सीधी बात, महागठबंधन की बैठक में बाबूलाल और सरयू राय भी पहुंचे

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर बुलाई गई यूपीए विधायक दल की बैठक में झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी, सरयू राय और एनसीपी के कमलेश सिंह भी पहुंचे। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई बैठक में मंगलवार को होने वाले विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में औपचारिक चर्चा हुई। भावी स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने सभी से शिष्टाचार भेंट भी की। बैठक में वरीय सदस्यों ने अपने अनुभवों को भी साझा किया। बैठक में स्टीफन मरांडी, रामेश्वर उरांव, आलमगीर आलम, चंपई सोरेन, प्रदीप यादव, सहित अन्य विधायक उपस्थित थे।

पार्टी छूटी, गमछी नहीं, सीट भी वहीं

सत्ता में आने के लिए लोग क्या-क्या नहीं करते। विपक्ष की सीट पर पांच साल से बैठने वाले मांडू विधायक जेपी भाई पटेल ने झामुमो तो छोड़ दिया लेकिन उनकी किस्मत ने लगता है साथ नहीं दिया। फिर से जीते लेकिन विपक्ष में ही बैठने की मजबूरी रही। चुनाव से ठीक पहले भाजपा का दामन थामनेवाले पटेल ने पूरे चुनाव में कमलछाप गमछी को कभी कंधे से उतरने नहीं दिया। अब सोमवार को जब वे विधायक के रूप में शपथ लेने पहुंचे तो गमछी हरी हो चुकी थी। पूछने पर पहले अटके फिर बताया कि यह तो हरियाली का प्रतीक है। भाजपा विधायकों के बीच उन्हें एक बार फिर उसी जगह पर कुर्सी नसीब हुई जहां पांच साल तक झामुमो विधायक के रूप में बैठते रहे थे।

अलग-अलग दिखे मरांडी, बंधु और प्रदीप यादव

विधायक पद की शपथ लेने के बाद झारखंड विकास मोर्चा के तीनों विधायक अलग-अलग ही दिखे। विधानसभा के अंदर भी और बाहर भी इन विधायकों में तालमेल देखने को नहीं मिला। विधानसभा से निकलने के बाद प्रदीप यादव लंबे समय तक अपने वाहन का अकेले इंतजार करते रहे तो मरांडी बाहर निकले और गाड़ी पर बैठकर रवाना हो गए। बंधू तिर्की भी अलग ही दिखे। सदन में भी और बाहर भी। वहीं आजसू विधायक लंबोदर महतो कदम-कदम पर पार्टी प्रमुख सुदेश के साथ दिखे।

बाहर निकलकर इरफान बोले, चाचा लोग आगे-आगे बन गए मंत्री

विधायक इरफान अंसारी ने सदन से निकलते ही हल्के अंदाज में ही सही मंत्री पद पर अपनी दावेदारी ठोक दी। कहा, चाचा लोग (रामेश्वर उरांव और आलमगीर आलम) आगे-आगे मंत्री बन गए जबकि काम करनेवाले हम लोग हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि काबिलियत होने पर एक से अधिक अल्पसंख्यक मंत्री होने में कोई एतराज थोड़े ही है।

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