Jharkhand Assembly: नमाज कक्ष मामले में सर्वदलीय समिति का गठन, नियोजन नीति रद करने की मांग

Jharkhand Assembly विधानसभा में नमाज कक्ष विवाद पर झामुमो विधायक सरफराज अहमद ने कहा कि विधानसभा कमेटी तय करे यह ठीक है या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि यह परंपरा बाबूलाल मरांडी के समय से चली आ रही है।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 11:09 AM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 08:06 PM (IST)
Jharkhand Assembly: नमाज कक्ष मामले में सर्वदलीय समिति का गठन, नियोजन नीति रद करने की मांग
Jharkhand Assembly: गले में काला गमछा डाल बीजेपी विधायक कर रहे प्रदर्शन। जागरण

रांची, आनलाइन डेस्क। विधानसभा में नमाज कक्ष विवाद पर झामुमो विधायक सरफराज अहमद ने कहा कि विधानसभा कमेटी तय करे यह ठीक है या नहीं। उन्होंने यह भी कहा कि यह परंपरा बाबूलाल मरांडी के समय से चली आ रही है। इस पर स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने कहा कि इस मामले पर समिति बनेगी। इसकी आज ही घोषणा होगी। समिति एक निश्चित अवधि के भीतर रिपोर्ट देगी। वहीं, बाबूलाल मरांडी ने सरफराज अहमद के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मेरे मुख्यमंत्री काल में कोई कमरा नमाज के लिए आवंटित नहीं था। इसके बाद हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

इसके बाद नमाज कक्ष मामले को लेकर सर्वदलीय समिति के गठन का फैसला लिया गया है। विधानसभाध्यक्ष ने यह निर्णय लिया है। विधायक स्टीफन मरांडी सर्वदलीय समिति के संयोजक होंगे। विधायक प्रदीप यादव, नीलकंठ सिंह मुंडा, सरफराज अहमद, विनोद सिंह, लंबोदर महतो तथा दीपिका पांडेय इसके सदस्य होंगे। सर्वदलीय समिति 45 दिनों में रिपोर्ट देगी। स्पीकर की घोषणा के बाद भाजपा विधायक अपनी सीटों पर पहुंचे। अब सदन सुचारू रूप से चल रहा है।

2 बजे के बाद विधानसभा की दूसरी पाली की कार्यवाही शुरू हुई। झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय विधेयक पटल पर रखा गया। इस दौरान भाजपा विधायक आसन के सामने पहुंचे। वे नियोजन नीति रद करने की मांग करने लगे। विधेयक को प्रवर समिति को भेजने का प्रस्ताव अस्वीकृत किया गया। विधायक विनोद सिंह और लंबोदर महतो ने प्रस्ताव लाया था। भाजपा के हंगामे के बीच झारखंड राज्य खुला विश्विद्यालय विधेयक स्वीकृत हुआ।

झारखंड राज्य पंचायती राज संशोधन विधेयक पटल पर रखा गया। झारखंड राज्य पंचायती राज संशोधन विधेयक पारित हो गया। बिना चर्चा के दोनों विधेयक पारित हो गया। झारखंड राजकोषीय उत्तरदायित्व एवं बजट प्रबंधन (संशोधन) विधेयक, 2021 पारित किया गया। झारखंड वित्त विधेयक, 2021 पटल पर रखा गया। विधायक विनोद कुमार सिंह का प्रवर समिति को सौंपने का प्रस्ताव अस्वीकृत। झारखंड वित्त विधेयक 2021 पारित किया गया।

विधायक प्रदीप यादव ने गैर सरकारी संकल्प के तहत जाति आधारित जनगणना का प्रस्ताव केंद को भेजने की मांग की। इसपर मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि राज्य सरकार चाहती है कि इसे विधानसभा से पारित कराकर केंद्र को भेजा जाए। सदन में मुख्यमंत्री बोले कि 12000 महिलाओं को हड़िया दारू बेचने से मुक्त कराया। गरीबों के लिए धोती, साड़ी, लूंगी योजना लेकर आए। खिलाड़ियों को हमने सम्मान दिया। राज्य बनने के बाद पहली बार कई नियमावली बनी। विभागों ने अपने-अपने तरीके से नियमवाली बनवाए। सदन में 388 प्रश्न स्वीकृत हुए, 8 विधेयक पारित हुए। करमा, शारदीय नवरात्र की अग्रिम बधाई के साथ मुख्यमंत्री ने अपना वक्तव्य पूरा किया।

इससे पहले झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के चौथे दिन की शुरुआत भी हंगामे के साथ हुई। सदन में विधानसभा घेरने निकले भाजपा कार्यकर्ताओं व नेताओं पर लाठीचार्ज का जमकर विरोध हुआ। भाजपा विधायकों ने सरकार के विरोध में खूब नारे लगाए। नारे लगाते हुए वे आसन के समक्ष पहुंच गए। स्पीकर ने कहा कि विधायक अपनी बातें रखें लेकिन मर्यादित तरीके से। भाजपा विधायको लगातार लाठी-गोली की सरकार नहीं चलेगी के नारे लगाते रहे। वहीं सत्ता पक्ष के विधायकों ने भाजपा विधायकों के रुख पर नाराजगी जताई। सत्ता पक्ष के विधायक भी आसन के समक्ष आ गए। इसके बाद हंगामे के कारण कार्यवाही 12.45 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

इससे पहले झारखंड विधानसभा मानसून सत्र के आखिरी दिन भी भाजपा विधायकों का प्रदर्शन जारी रहा। सदन के बाहर भाजपा विधायकों ने गले में काला पट्टा डाल कर सरकार के विरोध में जमकनारेबाजी कर रहे हैं। हेमंत सरकार हाय-हाय। रोजगार विरोधी सरकार हाय-हाय, युवा विरोधी सरकार हाय-हाय के नारे लगा रहे हैं। विधानसभा घेराव के दौरान कल पुलिसकर्मियों की ओर से भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर भाजपा विधायकों में आक्रोश देखने को मिला।

बता दें कि भाजपा आज काला दिवस मना रही है। इसी कड़ी में आज विधानसभा पहुंचने वाले विधायक गले में काला गमछा डाले हुए है। नमाज कक्ष आवंटन को रद करने सहित अन्य मांगों के अलावा भाजपा विधायक लाठी-गोली की सरकार नहीं चलेगी के नारे भी लगा रहे हैं।

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