UPSC Civil Services Result 2018: पहले ही प्रयास में प्रियांक ने मारी बाजी, यूपीएससी में कामयाबी

UPSC Civil Services Result 2018. दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के पीजी के छात्र प्रियांक किशोर के पिता हजारीबाग में डीएसपी हैं। रांची के जेवीएम श्यामली से इंटर की पढ़ाई पूरी की।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 06 Apr 2019 10:32 AM (IST) Updated:Sat, 06 Apr 2019 10:32 AM (IST)
UPSC Civil Services Result 2018: पहले ही प्रयास में प्रियांक ने मारी बाजी, यूपीएससी में कामयाबी
UPSC Civil Services Result 2018: पहले ही प्रयास में प्रियांक ने मारी बाजी, यूपीएससी में कामयाबी

हजारीबाग, जासं। UPSC Civil Services Result 2018 - पहले ही प्रयास में हजारीबाग डीएसपी कमल किशोर के पुत्र प्रियांक किशोर ने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की है। प्रियांक ने जारी परीक्षाफल में 274 वां स्थान हासिल किया है। 22 वर्षीय प्रियांक वर्तमान में दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स के पीजी के छात्र हैं। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली।

प्रियांक ने प्रारंभिक पढ़ाई जमशेदपुर से की है, जबकि प्लस टू रांची के जेवीएम श्यामली से और स्नातक की पढ़ाई दिल्ली के रामजस कॉलेज से की है। उनका पूरा परिवार मूल रूप से बक्सर निवासी है। प्रियांक के डीएसपी पिता कमल किशोर ने बताया कि उन्होंने कभी भी तैयारी को लेकर कोचिंग का सहारा नहीं लिया। लगातार 16 घंटे की पढ़ाई की।

वहीं दिल्ली में मौजूद प्रियांक ने बताया कि पढ़ाई के दौरान टाइम मैनेजमेंट के लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलू था। इसे ध्यान में रखते हुए तैयारी प्रारंभ की। पूरे परिवार का सपोर्ट मिला और आज सफलता मिली है। इस दौरान मोबाइल से भी दूरी बनाकर रखी। उनकी माता शालिनी पांडे गृहिणी हैं। प्रियांक के बड़े भाई प्रांजल किशोर सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता हैं। उनके पिता 1989 बैच के दरोगा है। 2019 में उन्हें डीएसपी में प्रोन्नति मिली है।

सिंदरी के एएसआइ अशोक के पुत्र राहुल को यूपीएससी में 365वां स्थान

सिंदरी थाना में पदस्थापित एएसआइ अशोक कुमार दुबे के पुत्र राहुल कुमार दूबे ने यूपीएससी की परीक्षा में 365वां स्थान लाकर न केवल अपने परिवार का बल्कि झारखंड पुलिस परिवार का नाम रौशन किया है। अशोक के दो पुत्रों में छोटे पुत्र राहुल कुमार दूबे ने दसवीं डीएवी डाल्टेनगंज से, प्लस टू डीएवी श्यामली, धुर्वा रांची से की थी। राहुल ने नई दिल्ली से बताया कि बीटेक की डिग्री लेने के बाद चार वर्षों तक नौकरी की। दूसरे प्रयास में वह यूपीएससी में सफल हुआ।

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