टाना भगतों को मिले योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ : राज्यपाल

राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने केंद्रीय व राज्य योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ टाना भगतों को लाभ मिलने की बात कही

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 May 2018 06:31 AM (IST) Updated:Thu, 24 May 2018 06:31 AM (IST)
टाना भगतों को मिले योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ : राज्यपाल
टाना भगतों को मिले योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ : राज्यपाल

रांची : राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने केंद्रीय व राज्य योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ टाना भगतों को देने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया है। कहा कि टाना भगत सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं से अवगत हों। वे अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने की दिशा में सतत् प्रयासरत रहें तथा स्वयं के साथ-साथ राष्ट्र के विकास में अपना योगदान दें। राज्यपाल बुधवार को राजभवन में टाना भगत के प्रतिनिधियों के साथ उनके समुदाय के विकास संबंधी महत्वपूर्ण मुद्दों पर बैठक कर रही थीं।

राज्यपाल ने निर्देश दिया कि चार टाना भगत विद्यालयों जिनका बाद में नाम अनुसूचित जनजाति विद्यालय रखा गया है, वहां के बच्चों को शाकाहारी भोजन देने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। टाना भगतों ने बैठक में लगान माफ करने का मामला उठाया। इसपर अधिकारियों ने कहा कि सरकार द्वारा पूर्व में ही इनके सारे बकाये का भुगतान कर दिया गया है। अब प्रावधान केअनुसार दस एकड़ तक के भूमि मालिकों को लगान राशि नहीं देय है। इसके बाद एक रुपये का टोकन कटाना पड़ता है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के सचिव केके सोन ने राज्यपाल को बताया कि टाना भगतों के विकास हेतु टाना भगत विकास प्राधिकार का गठन किया गया है। इस प्राधिकार में टाना भगत समुदाय के पांच सदस्य भी शामिल हैं। इनके विकास के लिए विगत वर्ष 10 करोड़ रुपये का प्रावधान बजट में किया गया। उन्होंने बताया कि टाना भगतों के सहयोग से राज्य में कुल टाना भगत परिवार का सर्वे कराया गया। यदि कोई टाना भगत इससे वंचित हैं तो अभी भी अपना नाम शामिल करा सकते हैं। बैठक में राज्यपाल के प्रधान सचिव डा. नितिन कुलकर्णी, आदिवासी कल्याण आयुक्त गौरीशंकर मिंज आदि भी उपस्थित थे।

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