Make Small Strong: व्यावसायिक परेशानियों का किया मुकाबला, दिखने लगा बदलाव

Google Make Small Strong जब अनलॉक हुआ तो कई व्यापारी ग्राहकों की अपेक्षाओं पर खरा उतरे। उन्होंने अपनी मेहनत और इमानदारी से कोरोना के मुश्किल दौर को अवसर में बदला। रांची के प्रतिष्ठित व्यापारिक घराना कश्मीर वस्त्रालय ग्राहकों के लिए विश्वास का नाम बना रहा।

By Vikram GiriEdited By: Publish:Sun, 18 Oct 2020 09:39 AM (IST) Updated:Sun, 18 Oct 2020 03:56 PM (IST)
Make Small Strong: व्यावसायिक परेशानियों का किया मुकाबला, दिखने लगा बदलाव
व्यावसायिक परेशानियों का किया मुकाबला, दिखने लगा बदलाव। फाइल फोटो

रांची (जागरण संवाददाता) । कोरोना संक्रमण ने पूरी मानवता के समक्ष गंभीर चुनौती पेश की। कुछ लोगों ने हार मानने की बजाए इसका डटकर मुकाबला किया। व्यापारियों के लिए संक्रमण काल ने चुनौतियों के साथ व्यापार की कमियों को भी समझने का बड़ा वक्त दिया। वहीं जब अनलॉक हुआ तो कई व्यापारी ग्राहकों की अपेक्षाओं पर खरा उतरे। उन्होंने अपनी मेहनत और इमानदारी से कोरोना के मुश्किल दौर को अवसर में बदला। रांची के प्रतिष्ठित व्यापारिक घराना कश्मीर वस्त्रालय ग्राहकों के लिए विश्वास का नाम बना रहा।

कश्मीर वस्त्रालय ने सैनिटाइजेशन और कोरोना संक्रमण से बचाव के उपाय करके ग्राहकों का भरोसा जीता। व्यवसायी कमल मल्होत्रा बताते हैं कि कोरोना का संक्रमण काल व्यापारियों के लिए एक बड़ा सबक रहा। हमने इस संक्रमण काल में अपने व्यापार के ढीले पड़े तानेबाने को कसा। कई समस्याएं समझ में आईं। ओवर स्टाङ्क्षकग को कम किया। वित्त से जुड़े कई मामलों को सुलझाया। फिर अनलॉक में ग्राहकों के लिए पुराने विश्वास के साथ नए रूप में आए।

समय के साथ बदलना है जरूरी

कमल मल्होत्रा बताते हैं कि कश्मीर वस्त्रालय की स्थापना उनके पिता, चाचा और फूफा ने मिलकर 1964 में की थी। उस वक्त ये दुकान डेली मार्केट में हुआ करती थी। वर्तमान स्थान पर दुकान 1987 में खोली गई। जो समय के साथ बदलता है, वही व्यापार में टिका रह सकता है। हमें ग्राहकों की जरूरत और वक्त दोनों का बारीकी से ख्याल रखने की जरूरत है। ऐसे में हमने व्यापार बढ़ाने के लिए हजारीबाग और जमशेदपुर में दुकानें खोलीं।

हमारे यहां कई ब्रांड के उत्पाद उपलब्ध हैं। हम सभी भाई मिलकर कश्मीरीलाल मल्होत्रा, शादीलाल मल्होत्रा, किशोरीलाल मल्होत्रा और कालारामजी कपूर के द्वारा पोषित और स्थापित व्यापार को ही आगे बढ़ा रहे हैं। कपड़ों के अलावा रियल स्टेट में भी पैर जमा चुके हैं। वक्त के साथ कश्मीर वस्त्रालय व्यापार में कई और प्रयोग भी करेगा। उपभोक्ताओं की रुचि एवं बदलते समय के अनुकूल बहुत कुछ करने की जरूरत है।

ग्राहकों के हित की सोच और ईमानदारी से भरा है सफर

कश्मीर वस्त्रालय के कमल मल्होत्रा बताते हैं कि कश्मीर वस्त्रालय के संस्थापकों की सोच केवल अपना माल ग्राहकों को बेचने की नहीं थी। वो हमेशा कहते थे कि साफ नीयत से काम करने पर ही व्यापार फलता है। दुकान को हमेशा ग्राहक की नजर से आंकना चहिए। हमारी दुकान में ग्राहकों को इमानदार राय और बेहतर माल मिलता है। इसलिए हम एक भरोसे का नाम बनकर सामने आए।

कोरोना काल में रखा कर्मचारियों का ख्याल

कमल मल्होत्रा बताते हैं कि पूरी जिंदगी में कोरोना काल जैसी बंदी और इतनी तकलीफ कभी किसी ने नहीं देखी थी। कश्मीर वस्त्रालय के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि दुकान 90 दिनों के आसपास तक बंद रही हो। मगर हमने अपने कर्मचारियों को अपने घर का सदस्य समझकर इस कठिन समय में मदद की। अपने कर्मचारियों का एक रुपया भी नहीं काटा।

उन्हें 10-15 दिनों के लिए घर पर बैठने के लिए मजबूर भी नहीं किया। इससे कर्मचारियों में अपनपान का एहसास है। वो भी व्यापार को बढ़ाने में उतना ही योगदान कर रहे हैं जितना हम। असल में व्यापार और व्यापारी की यही पहचान है। हमने यहां भी दुकान से संस्थापक के सिद्धांत को ही अपनाया। कोई व्यापार कर्मचारियों के हितों से समझौता करके नहीं खड़ा रह सकता। उसे कर्मचारी तथा उसके परिवार का ख्याल रखना ही चाहिए।

दुकान में सैनिटाइजेशन का किया पूरा इंतजाम

कोरोना का इलाज जब तक नहीं मिल जाता तब तक बचाव ही उपाय है। ऐसे में अनलॉक में कश्मीर वस्त्रालय ने अपनी दुकान में सबसे पहले बेहतर सैनिटाइजेशन की व्यवस्था की। कमल मल्होत्रा बताते हैं कि दुकान में सैनिटाइजेशन केवल ग्राहकों के लिए नहीं, बल्कि वहां काम करने वाले कर्मचारियों और उनके परिवार के लिए भी जरूरी है। हमारा काम ऐसा है कि लोगों के सीधे संपर्क में किसी न किसी तरह से आना ही पड़ता है। ऐसे में सैनिटाइजेशन सबसे जरूरी था। अनलॉक में सुरक्षा के भाव ने ही हमें व्यापार में फिर से स्थापित करने में बड़ी सहायता की। भगवान की कृपा है कि हम सभी कर्मचारी अभी तक सुरक्षित हैं।

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