झारखंड की गीता खलखो ने कास्य पर जमाया कब्जा

रांची अखिल भारतीय ऑनलाइन राष्ट्रीय वुशु प्रतियोगिता के चौथे व अंतिम दिन झारख

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 May 2020 10:42 PM (IST) Updated:Mon, 18 May 2020 10:42 PM (IST)
झारखंड की गीता खलखो ने कास्य पर जमाया कब्जा
झारखंड की गीता खलखो ने कास्य पर जमाया कब्जा

जागरण संवाददाता, रांची: अखिल भारतीय ऑनलाइन राष्ट्रीय वुशु प्रतियोगिता के चौथे व अंतिम दिन झारखंड की गीता खलखो ने सीनियर महिला वर्ग के नानछवान स्पर्धा में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। इस प्रतियोगिता में यह झारखंड का दूसरा पदक है। इससे पहले चानछवान कैटेगरी में सुनीता गाड़ी ने कास्य पदक जीता था। प्रतियोगिता में विभिन्न 32 स्पद्धाओं के 700 खिलाड़ियों ने सब जूनियर, जूनियर व सीनियर वर्ग में भाग लिया।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि पूरे भारत में एक बिल्कुल ही अलग तरीके से इस प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस लॉकडाउन की परिस्थिति में भी वुशु एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अपने खिलाड़ियों के लिए स्पद्र्धा आयोजित कर मिसाल कायम की है। एशियाई वुशु फेडरेशन के अध्यक्ष चुन वाग फ ोक ने कहा कि खिलाड़ियों के हौसला अफजाई के लिए एक अलग ही प्लेटफ ॉर्म पर आयोजित की गई यह प्रतियोगिता अन्य खेल संघों के लिए प्रेरक है।

प्रतियोगिता में झारखंड की 32 सदस्यीय टीम ने हिस्सा लिया। भारतीय वुशु संघ के कोषाध्यक्ष शिवेंद्र दुबे ने बताया कि सभी राज्यों में आयोजित ऑनलाइन राज्यस्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम तीन स्थान पर आने वाले खिलाड़ियों ने इसमें भाग लिया। जिन्हें नेशनल फेडरेशन के पास भेजा गया था। इसमें से विशेषज्ञों ने प्रदर्शन के आधार पर विजेताओं के नाम घोषित किए।

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एथलेटिक्स के स्टार्टर के बारे में दी गई जानकारी

जागरण संवाददाता, रांची: एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया और साउथ एशियन एथलेटिक्स फेडरेशन द्वारा तकनीकी पदाधिकारियों के लिए दो दिवसीय ऑनलाइन सेमिनार सोमवार से शुरू हुआ। सेमिनार का विषय स्टार्टर रखा गया है पहले दिन विशेषज्ञ सीके सत्यम ने स्टार्टर और असिस्टेंट स्टार्टर के पोजिशन के बारे में बताया। उन्होंने बताया की 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर, 1500 मीटर इत्यादि के स्टार्टर असिस्टेंट स्टेटस का पोजीशन क्या और कैसा होता है। रवींद्र चौधरी ने फ ॉल्स स्टार्ट के बारे में बताया कि एथलीट के फ ॉल्स स्टार्ट को कैसे पकड़ा जाता है। उन्होंने स्टार्टर और असिस्टेंट स्टार्टर के प्रशासनिक कायरें के बारे में भी जानकारी दी।

इसके बाद स्टैनली जोंस ने गन फ ायर और रिएक्शन समय के बारे में विस्तार से बताया। इस सेमिनार में देशभर के 500 से ज्यादा तकनीकी पदाधिकारी भाग ले रहे हैं, इनमें झारखंड से 30 से अधिक शामिल हो रहे हैं।

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