बहुचर्चित बीटेक छात्रा हत्याकांड के आरोपित को फांसी दिलाने वाले सीबीआइ इंस्पेक्टर को गृह मंत्री मेडल

रांची के बहुचर्चित दो कांडों में बेहतर अनुसंधान आरोपितों की गिरफ्तारी और सजा दिलाने वाले झारखंड में पदस्थापित पांच अफसरों को केंद्रीय गृह मंत्री मेडल से नवाजा जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 01:37 AM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 01:37 AM (IST)
बहुचर्चित बीटेक छात्रा हत्याकांड के आरोपित को फांसी दिलाने वाले सीबीआइ इंस्पेक्टर को गृह मंत्री मेडल
बहुचर्चित बीटेक छात्रा हत्याकांड के आरोपित को फांसी दिलाने वाले सीबीआइ इंस्पेक्टर को गृह मंत्री मेडल

रांची : रांची के बहुचर्चित दो कांडों में बेहतर अनुसंधान, आरोपितों की गिरफ्तारी और सजा दिलाने वाले झारखंड में पदस्थापित पांच अफसरों को केंद्रीय गृह मंत्री मेडल से नवाजा जाएगा। इनमें से दो झारखंड पुलिस तथा तीन सीबीआइ के अफसर हैं। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर गृह मंत्री अमित शाह इन अफसरों को अन्वेषण में उत्कृष्टता हेतु केंद्रीय गृहमंत्री पदक 2020 से सम्मानित करेंगे। इस मौके पर देश के विभिन्न राज्यों की पुलिस समेत केंद्रीय जांच एजेंसी के 121 अफसरों को यह सम्मान मिलेगा। इनमें 21 महिला पुलिस अधिकारी भी शामिल हैं। बताते चलें कि 15 दिसंबर 2016 की देर रात रांची की बूटी बस्ती में बीटेक छात्रा की दुष्कर्म के बाद तार से गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मोबिल छिड़ककर उसके शव को जलाने की कोशिश की गई थी। इस केस को सुलझाने की रांची पुलिस की हर कोशिश नाकाम रही। इसके बाद यह मामला सीआइडी को स्थानांतरित कर दिया गया, परंतु उसे भी सफलता नहीं मिल सकी। अंत में यह मामला सीबीआइ के पास पहुंचा। इसके बाद सीबीआइ के इंस्पेक्टर परवेज आलम ने महज एक साल के अंदर न सिर्फ अपराधी को ढूढ़ निकाला, बल्कि बीटेक छात्रा हत्याकांड का परत दर परत खुलासा कर दिया। इसके बाद न्यायालय ने अपराधी को फांसी की सजा सुनाई।

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इन पांच अफसरों को मिलेगा सम्मान

- झारखंड पुलिस : नीरज कुमार, डीएसपी, मुख्यालय वन रांची तथा पुष्पराज कुमार, दारोगा।

- सीबीआइ : परवेज आलम व ज्योर्तिमयी मांझी (दोनों इंस्पेक्टर, एसीबी) व आशीष आनंद इंस्पेक्टर आर्थिक अपराध शाखा।

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कांके में लॉ छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों को डीएसपी ने सलाखों तक पहुंचाया

बेहतर अनुसंधान के लिए केंद्रीय गृह मंत्री मेडल के लिए चयनित रांची के मुख्यालय वन डीएसपी नीरज कुमार ने कांके की लॉ विश्वविद्यालय की छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म करने वालों को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। उनके विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य एकत्रित किया। इस केस में स्पीडी ट्रायल हुआ, जिसमें सभी आरोपितों को उम्रकैद की सजा हुई। बताते चलें कि इस मामले में 27 नवंबर 2019 को कांके थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

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खूंटी में अधजला शव का खुलासा करने वाले दारोगा को मेडल

खूंटी में गत वर्ष 26 दिसंबर को तिरिलडीह जंगल में सड़क के किनारे सिमडेगा की एक युवती की हत्या कर साक्ष्य छुपाने के उद्देश्य से जलाने की कोशिश करने के मामले का खुलासा करने वाले अनुसंधानकर्ता खूंटी थाना के दारोगा पुष्पराज कुमार को भी गृह मंत्री पदक 2020 मिलेगा। पुष्पराज कुमार ने तकनीकी अनुसंधान की टीम की मदद से हत्या में शामिल सभी अभियुक्तों को चार दिनों के अंदर न सिर्फ गिरफ्तार कर लिया, बल्कि निर्धारित समयसीमा के अंदर अभियुक्तों के विरुद्ध आरोपपत्र भी दाखिल कर दिया।

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