फर्जी दस्तावेज पर PNB को लगाया 1.36 अरब का चूना, नौ के खिलाफ FIR दर्ज

सीबीआइ की रांची स्थित आर्थिक अपराध शाखा ने नौ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।प्राथमिकी पंजाब नेशनल बैंक के कोलकाता स्थित कॉरपोरेट शाखा के डीजीएम सुमेश कुमार की शिकायत पर दर्ज की है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Wed, 25 Dec 2019 09:11 AM (IST) Updated:Wed, 25 Dec 2019 09:11 AM (IST)
फर्जी दस्तावेज पर PNB को लगाया 1.36 अरब का चूना, नौ के खिलाफ FIR दर्ज
फर्जी दस्तावेज पर PNB को लगाया 1.36 अरब का चूना, नौ के खिलाफ FIR दर्ज

रांची, राज्य ब्यूरो। फर्जी दस्तावेज पर एक साजिश के तहत पंजाब नेशनल बैंक से 01 अरब, 36 करोड़, 09 लाख रुपये का चूना लगाने के मामले में सीबीआइ की रांची स्थित आर्थिक अपराध शाखा ने मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज की है। यह प्राथमिकी मेसर्स कॉरपोरेट इस्पात अलोय लिमिटेड व इससे जुड़े नौ आरोपितों के विरुद्ध दर्ज की गई है।

सीबीआइ ने यह प्राथमिकी पंजाब नेशनल बैंक के 44 पार्क स्ट्रीट कोलकाता स्थित कॉरपोरेट शाखा के डीजीएम सुमेश कुमार की शिकायत पर दर्ज की है। शिकायत है कि आरोपितों ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर एक साजिश के तहत कोलकाता स्थित पीएनबी की उक्त शाखा में ऋण के लिए पहुंचे। बताया कि उन्हें लातेहार के चितरपुर कोल ब्लॉक के विकास के लिए कोल प्रॉसेसिंग व वाशरी प्लांट लगाना है। इसी मांग के आधार पर पीएनबी दिल्ली में भी पहुंचे। वहां से 08 जून 2018 को 75 करोड़ रुपये की क्रेडिट सुविधा स्वीकृत करा ली। यह क्रेडिट सुविधा आरोपितों को 03 अरब 29 करोड़ रुपये के स्वीकृत लिमिट के आधार पर दी गई।

इसके बाद आरोपित मनोज कुमार जायसवाल व अन्य निदेशकों व कंपनी के गारंटर ने मिलकर कंपनी के मद में संबंधित ऋण दस्तावेज बैंक को दिया। उक्त राशि से आरोपितों ने लातेहार जिले के 1320 एकड़ जमीन व कंपनी के नाम पर चल संपत्ति भी बनाई। 

बैंक की छानबीन में यह भी स्पष्ट हुआ है कि आरोपित कंपनी कॉरपोरेट इस्पात अलोय लिमिटेड ने उक्त राशि अभिजीत प्रोजेक्ट लिमिटेड में निवेश किया, जो ठेकेदारी व बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम करती है। जालसाजी की राशि को करीब 500 कंपनी में निवेश किया गया है। जब ऋण की राशि जमा नहीं हुई, तो खाता एनपीए हो गया। इस प्रकार आरोपितों ने मिलकर बैंक को 1.36 अरब का चूना लगा दिया। सीबीआइ की रांची स्थित आर्थिक अपराध शाखा ने केस दर्ज कर कांड के अनुसंधान की जिम्मेदारी डीएसपी कौशल किशोर सिंह को दी है।

इनके विरुद्ध दर्ज की गई है प्राथमिकी मेसर्स कॉरपोरेट इस्पात अलोय लिमिटेड, पांचवां तल्ला, डीएन-23, सेक्टर-5, साल्ट लेक सिटी, कोलकाता। मनोज कुमार जायसवाल, निदेशक, 246, उषा सदन, पीटी, आरएसएस मार्ग, सिविल लाइंस, नागपुर। रवींद्र जायसवाल : निदेशक, मेसर्स कॉरपोरेट इस्पात अलोय लिमिटेड। सिद्धार्थ जायसवाल : निदेशक, मेसर्स कॉरपोरेट  इस्पात अलोय लिमिटेड। अभिषेक जायसवाल उर्फ अभिषेक मनोज कुमार जायसवाल : तत्कालीन प्रोमोटर निदेशक, मेसर्स कॉरपोरेट  इस्पात अलोय लिमिटेड। प्रकाश जायसवाल : तत्कालीन निदेशक, मेसर्स कॉरपोरेट  इस्पात अलोय लिमिटेड। डॉ. वीएस गर्ग : निदेशक, मेसर्स कॉरपोरेट  इस्पात अलोय लिमिटेड। राजेंद्र कुमार घंतारा : तत्कालीन निदेशक मेसर्स कॉरपोरेट इस्पात अलोय लिमिटेड। एमएस कपूर : तत्कालीन निदेशक व अन्य व्यक्ति।

chat bot
आपका साथी