खतरनाक हो रहा मरीजों में कोरोना का लक्षण न होना

राची राची में शुरू में बरती गई लापरवाही के अलावा सबसे अधिक खतरनाक कोरोना मरीजों में इसका लक्षण का न दिखाई परू़ना है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Apr 2020 01:37 AM (IST) Updated:Wed, 29 Apr 2020 01:37 AM (IST)
खतरनाक हो रहा मरीजों में कोरोना का लक्षण न होना
खतरनाक हो रहा मरीजों में कोरोना का लक्षण न होना

राची : राची में शुरू में बरती गई लापरवाही के अलावा सबसे अधिक खतरनाक कोरोना मरीजों में इसका लक्षण न होना माना जा रहा है। मरीजों में इसके लक्षण नहीं होने से दूसरे लोगों में भी तेजी से संक्रमण हो रहा है। राज्य सरकार के पदाधिकारी भी इसे लेकर काफी चिंतित हैं। राज्य में अब तक जितने भी मरीज मिले हैं, उनमें 80 फीसद में इसका कोई लक्षण नहीं मिला है।

राची में हाल के दिनों में हिंदपीढ़ी में तैनात एएसआइ के अलावा कोरोना के खिलाफ लड़ने वाले कई योद्धाओं में इसके संक्रमण के लिए भी मरीजों में लक्षण नहीं होने को जिम्मेदार माना जा रहा है। ऐसा नहीं है कि ये संक्रमण से बचने के लिए सावधान नहीं थे। यह उन पॉजिटिव मरीजों के संपर्क में आ गए, जिनमें न तो इसका लक्षण था और न ही उनकी पॉजिटिव होने की बात सामने आई थी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य अभियान, झारखंड के निदेशक डॉ. शैलेश कुमार चौरसिया भी स्वीकार करते हैं कि मरीजों में लक्षण नहीं पाया जाना सबसे अधिक खतरनाक साबित हो रहा है। उनके अनुसार यह अधिक चिंता का विषय है। बताया जाता है कि जाच में पॉजिटिव पाए गए मरीजों में लगभग 90 फीसद लोग ऐसे थे, जिनमें कोरोना का कोई लक्षण नहीं था। उनकी जाच काटैक्ट हिस्ट्री के आधार पर कराई गई थी। वहीं, जाच में पॉजिटिव पाए गए मरीजों में 80 फीसद में ही इसके लक्षण काफी बाद सामने आए।

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पाच दिनों में दोगुने से भी अधिक हो गए 11 से 30 वर्ष के मरीज :

पिछले सप्ताह कोरोना का सबसे अधिक संक्रमण 11 से 30 वर्ष आयु के किशोरों एवं युवाओं को हुआ। स्थिति यह है कि पाच दिनों में इस आयु वर्ग के संक्रमितों की संख्या बढ़कर दोगुनी से अधिक हो गई। 23 अप्रैल को इस आयु वर्ग के मरीजों की संख्या महज 18 थी, जो 27 अप्रैल को बढ़कर 42 हो गई। इसके पिछले सप्ताह सबसे अधिक संक्रमित 31 से 50 वर्ष आयु वर्ग के युवा थे। 23 अप्रैल को इस आयु वर्ग के 21 युवा संक्रमित थे। 27 अप्रैल तक इस आयु वर्ग के मरीजों की संख्या 35 ही पहुंची, जो कि 11 से 30 आयु वर्ग के मरीजों की संख्या से काफी कम है। 571 सैंपल की ही हुई जाच, 1273 लंबित

राज्य ब्यूरो, राची : राज्य में मंगलवार को कोरोना के दो ही नए मरीज मिले, लेकिन इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि मंगलवार को उतने सैंपल की जाच नहीं हुई जितने सैंपल की जाच पिछले दो दिनों से हो रही थी। मंगलवार को राज्य में कुल 571 सैंपल की ही जाच हुई। इनमें 569 की रिपोर्ट निगेटिव आई तथा दो की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। हालाकि मंगलवार को कुल 759 संभावित मरीजों के सैंपल जाच के लिए भेजे गए थे। इससे पहले 27 अप्रैल को कुल 844 सैंपल की जाच हुई थी जिनमें 20 की रिपोर्ट पॉजिटिव तथा 824 की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। इसके एक दिन पहले 26 अप्रैल को कुल 650 सैंपल की जाच हुई थी जिनमें 15 की रिपोर्ट पॉजिटिव तथा बाकी की निगेटिव आई थी। अबतक झारखंड में कुल सैंपल की बात करें तो कुल 10,681 संभावित मरीजों के सैंपल जाच के लिए लिए गए। इनमें से 9,408 की जाच हुई जिनमें 105 की रिपोर्ट पॉजिटिव तथा 9303 की रिपोर्ट निगेटिव आई। अभी भी 1273 सैंपल जाच के लिए लंबित है।

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