ED को नहीं मिल रहा पुलिस मुख्यालय का सहयोग, अवैध खनन मामले में अब तक तीनों DSP ने नहीं दिया संपत्ति की ब्यौरा
संताल में अवैध खनन घोटाले की जांच की रही ईडी को पुलिस मुख्यालय का अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है। ईडी ने पूर्वी सिंहभूम और साहिबगंज में पदस्थापित राजेंद्र दुबे की चल-अचल सपत्ति का ब्योरा मांगा था जो अभी तक नहीं मिला है जिससे जांच प्रभावित हो रही है।
राज्य ब्यूरो, रांची: ईडी को झारखंड पुलिस मुख्यालय का सहयोग नहीं मिल रहा है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ईडी ने पुलिस मुख्यालय से झारखंड पुलिस के तीन डीएसपी की चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा मांगा था, जो अब तक नहीं मिला।
पूर्व में भेजी गई चिट्ठियों का ईडी को नहीं मिला जवाब
इतना ही नहीं, ईडी ने बीते साल अगस्त महीने में अवैध तरीके से अर्जित संपत्ति के मामले में नेताओं व नौकरशाहों पर लगे आरोपों के संबंध में पुलिस मुख्यालय को 26 अलग-अलग पत्र भेजे थे और रिपोर्ट मांगी थी। पुलिस मुख्यालय ने भी उन सभी पत्रों को सीआईडी को को भेजकर अपनी ड्यूटी पूरी कर दी।
सीआईडी ने भी सभी जिलों से रिपोर्ट तलब की थी। उसके बाद रिपोर्ट का क्या हुआ, यह अब तक किसी को पता नहीं चल सका। ईडी के पास मनी लांड्रिंग से इतर भी बीते साल करीब 400 शिकायतें पहुंचीं थीं, जिसे ईडी ने पुलिस मुख्यालय को भेजा था।
तीनों डीएसपी पर पंकज मिश्रा से रिम्स में मुलाकात की हो चुकी है पुष्टि
संताल क्षेत्र में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने मुख्यमंत्री के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को गिरफ्तार किया था। रिमांड पर पूछताछ में तबीयत खराब होने पर पंकज मिश्रा को न्यायिक हिरासत में रिम्स में भर्ती कराया गया था।
पंकज मिश्रा रिम्स के पेइंग वार्ड में इलाजरत रहे। इस दरम्यान तीनों ही डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा, राजेंद्र दुबे व यज्ञ नारायण तिवारी ने अलग-अलग तिथियों में उनसे अनधिकृत रूप से उनसे मुलाकात की। तीनों से ईडी ने पूछताछ कर ली है और तीनों ने यह स्वीकार भी लिया है कि उनलोगों ने पंकज मिश्रा से मुलाकात की है।
ईडी ने तीनों डीएसपी से संपत्ति का मांगा ब्यौरा
ईडी को शक है कि तीनों ही डीएसपी ने पंकज मिश्रा के सहयोग से भारी मात्रा में चल-अचल संपत्ति अर्जित की है। इसके बाद ईडी ने तीनों ही डीएसपी को अपनी चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा देने को कहा ही था, पुलिस मुख्यालय को भी पत्राचार कर तीनों की संपत्ति की जानकारी मांगी थी। अब तक पुलिस मुख्यालय से ईडी को जानकारी नहीं मिली। इनपर पंकज मिश्रा के लिए काम करने का आरोप है।