Lok Sabha Elections: जातियों की संख्या मांगने पर नपे DSP, चिट्ठी लीक होने पर चुनाव आयोग ने ले लिया एक्शन

जातियों की संख्या मांगने वाली चिट्ठी लीक होने पर विशेष शाखा धनबाद के डीएसपी को मुख्यालय क्लोज कर दिया गया है। उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई होगी। विशेष शाखा इस गोपनीय चिट्ठी लीक होने के सभी बिंदुओं की छानबीन में जुट गई है। तीन अप्रैल को यह पत्र सभी 24 जिलों के विशेष शाखा के डीएसपी को भेजा गया था। उन्हें इस पर जल्द रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया था।

By Dilip Kumar Edited By: Shashank Shekhar Publish:Mon, 15 Apr 2024 09:23 PM (IST) Updated:Mon, 15 Apr 2024 09:23 PM (IST)
Lok Sabha Elections: जातियों की संख्या मांगने पर नपे DSP, चिट्ठी लीक होने पर चुनाव आयोग ने ले लिया एक्शन
जातियों की संख्या मांगने पर नपे DSP, चिट्ठी लीक होने पर चुनाव आयोग ने ले लिया एक्शन (फाइल फोटो)

HighLights

  • विशेष शाखा ने सभी डीएसपी से मांगी थी जिलावार जातिगत संख्या
  • 3 अप्रैल को पत्र 24 जिलों के विशेष शाखा के डीएसपी को भेजा गया

राज्य ब्यूरो, रांची। जातियों की जिलावार संख्या मांगने की चिट्ठी लीक होने पर विशेष शाखा धनबाद के डीएसपी को मुख्यालय क्लोज कर दिया गया है। उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई होगी। वहीं, विशेष शाखा इस गोपनीय चिट्ठी लीक होने के सभी बिंदुओं की छानबीन में जुट गई है।

विशेष शाखा ने अपने सभी 24 जिलों के डीएसपी से लोकसभा चुनाव-2024 के आलोक में वर्तमान भौगोलिक स्थिति एवं राजनीतिक परिदृश्य तथा मतदाताओं का जिलावार जातिगत संख्या व प्रतिशत से संबंधित विवरणी मांगा था। तीन अप्रैल को यह पत्र सभी 24 जिलों के विशेष शाखा के डीएसपी को भेजा गया था। उन्हें इस पर जल्द रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया था।

इस पत्र के लीक होने के मामले को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने गंभीरता से लिया और कहा कि इस तरह का सर्वे कहीं से भी उचित नहीं है। ऐसे अधिकारी कार्रवाई के दायरे में आएंगे।

विशेष शाखा का यह पारंपरिक कार्य- आइजी

विशेष शाखा के आइजी प्रभात कुमार ने बताया कि प्रत्येक चुनाव में मतदाताओं की जातिगत संख्या व प्रतिशत जुटाना विशेष शाखा का पारंपरिक कार्य है। यह गोपनीय होता है। विशेष शाखा मुख्यालय अपने ही डीएसपी को गोपनीय चिट्ठी भेजकर यह सूचना जुटाती है, जिसका एक बुकलेट तैयार होता है।

यह बुकलेट गृह सचिव, डीजीपी, प्रमंडलीय आयुक्त, आइजी व डीआइजी को दिया जाता है, ताकि उक्त सूचना के आलोक में शांतिपूर्ण चुनाव को लेकर वे सुरक्षा संबंधित सभी उपाय कर सकें। यह कोई नया कार्य नहीं, संयुक्त बिहार के समय से अब तक सभी चुनावों में विशेष शाखा इसे करता रहा है।

उन्हीं पत्रों के आधार पर अपने डीएसपी से गोपनीय रिपोर्ट के लिए चिट्ठी जारी की गई थी। धनबाद में विशेष शाखा के उक्त डीएसपी ने इसपर खुद कार्य नहीं कर वहां के डीसी से ही सूचना मांग दी। यह विशेष शाखा की गोपनीयता भंग करना व अनुशासनहीनता है। यही वजह है कि डीएसपी पर कार्रवाई की जा रही है।

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