वायुसेना के शौर्य को धनबाद के छात्रों ने दी सलामी, देसी वीडियो गेम बना किया अभिनंदन Dhanbad News

Video Game on Balakot Air Strike धनबाद के छात्रों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वïन से प्रेरणा मिली। इंजीनियरिंग के 15 छात्रों ने यह वीडियो गेम बनाया है। दीपेश ने स्टार्टअप गौरवगो टेक्नोलॉजी के जरिये लांच किया और पंजीयन कराया।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Wed, 14 Oct 2020 12:58 PM (IST) Updated:Thu, 15 Oct 2020 01:22 PM (IST)
वायुसेना के शौर्य को धनबाद के छात्रों ने दी सलामी, देसी वीडियो गेम बना किया अभिनंदन Dhanbad News
यह गेम देशभक्ति की भावना से ओतप्रोतहै।

धनबाद, [आशीष सिंह]। झारखंड के 15 युवाओं की टीम ने पुलवामा और बालाकोट एयर स्ट्राइक पर आधारित एक देसी वीडियो गेम बनाया है। इसका नाम रखा है- सेना, स्ट्राइक एनकाउंटर फॉर नेशन बाई अभिनंदन। यह वीडियो गेम विंग कमांडर अभिनंदन के शौर्य को स‍मर्पित है। इन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के आह्वान से प्रेरणा मिली है। धनबाद के पुटकी निवासी इंजीनियरिंग के छात्र दीपेश कुमार ने इसकी परिकल्पना कर रूपरेखा तैयार की है।

फिर अन्य इंजीनियरिंग छात्रों ने तकनीकी सहयोग किया। दीपेश ने इस गेम को अपने स्टार्टअप गौरवगो टेक्नोलॉजी के जरिये लांच किया है। इसे भारत सरकार के माइक्रो, स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज में पंजीयन भी कराया है। दीपेश गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट (जीआइटीए) ओडिशा से बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं। बताते हैं कि नौवीं कक्षा से ही गेम बनाना चाहता था, लेकिन न कंप्यूटर था और न ही लैपटॉप।

कारण, आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं थी। चार लेवल वाले इस गेम को 15 साथियों के साथ मिलकर बनाया है। ये सभी झारखंड से हैं और विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रहे हैं। गेम की शुरुआत पुलवामा हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि से होती है। यह देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत गेम है।

23 दिन में बनाया गेम

गेम बनाने वाले छात्रों की टीम ने 23 दिन में गेम तैयार किया। इसकी कहानी बालाकोट में हुए अभिनंदन के एयर स्ट्राइक पर है। इस दौरान उनका प्लेन क्रैश हो जाता है और वे पाकिस्तान में गिर जाते हैं। इसमें पाकिस्तान का पूरा मैप दिखेगा। वहां अभिनंदन किस तरह से दुश्मनों से लड़ते हैं, इसी पर इस गेम की स्टोरी आगे बढ़ती है। यह गेम हिंदी में है। बेहतरीन ग्रॉफिक्स के साथ यह खेल देश के गौरव की अनुभूति कराता है।

'दिन में सभी छात्र क्लास करते थे और रात में गेम बनाते थे। गेम का कंप्यूटर वर्जन तैयार हो चुका है। अब इसके एंड्रायड वर्जन पर काम चल रहा है। इसके बाद मोबाइल के प्ले स्टोर से इसे डाउनलोड किया जा सकेगा। कंप्यूटर पर इसे खेलने के लिए गौरवगो टेक्नोलॉजी की वेबसाइट से डाउनलोड करना होगा।' -दीपेश, मॉडरेटर, सेना गेम सह संस्थापक गौरवगो टेक्नोलॉजीज

टीम में झारखंड के इन जिलों के विद्यार्थी

धनबाद : दीपेश गौरव जीआइटीए भुवनेश्वर और आरवीएस इंजीनियरिंग कॉलेज की रेहाना खातून, विकास कुमार प्रजापति व रागिनी सिंह।

बोकारो : विकास महतो व अमित कुमार आरवीएस इंजीनियरिंग कॉलेज और प्रहलाद कुमार यूसीईटी हजारीबाग।

जमशेदपुर : शिवम कुमार वीआइटी पुणे, श्रेया मिश्रा केआइआइटी भुवनेश्वर, गौतम कुमार यूसीईटी हजारीबाग एवं अविनाश कुमार आरवीएस कॉलेज।

रांची : अनमोल कुमार आरवीएस कॉलेज।

रामगढ़ : जतिन सिंह आरवीएस कॉलेज।

हजारीबाग : आकाशदीप यूसीईटी हजारीबाग।

गढ़वा : नीतिश कुमार यूसीईटी हजारीबाग।

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