Jagran Jal Sansad: दैनिक जागरण और झारखंड सरकार मिलकर देंगे जल संचयन को मुकाम Ranchi News

Jharkhand में दैनिक जागरण का जल संचयन अभियान अब दूसरे दौर में है। इसमें राज्य सरकार ने भी सक्रिय सहयोग देने की घोषणा की है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Thu, 04 Jul 2019 10:44 AM (IST) Updated:Thu, 04 Jul 2019 10:44 AM (IST)
Jagran Jal Sansad: दैनिक जागरण और झारखंड सरकार मिलकर देंगे जल संचयन को मुकाम Ranchi News
Jagran Jal Sansad: दैनिक जागरण और झारखंड सरकार मिलकर देंगे जल संचयन को मुकाम Ranchi News

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड में दैनिक जागरण का जल संचयन अभियान अब दूसरे दौर में है। इसमें राज्य सरकार ने भी सक्रिय सहयोग देने की घोषणा की है। इस पवित्र मुहिम में स्कूली बच्चों से लेकर पंचायत प्रतिनिधियों तक की भागीदारी होगी। सभी मिलकर पूरे राज्य में वर्षा जल संरक्षण और जल संचयन को लेकर अलग-अलग स्तर पर जागरूकता फैलाएंगे। स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने इस बाबत सभी उपायुक्तों को निर्देश जारी किया है। ग्र्रामीण विकास विभाग और जल संसाधन विभाग ने भी इस महती अभियान से खुद को संबद्ध किया है।

जल संचयन अभियान में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका होगी और झारखंड एक बड़े बदलाव का साक्षी बनेगा। बीते रविवार को प्रधानमंत्री के मन की बात में भी हजारीबाग के कटकमसांडी में चलाए जा रहे जल संचयन अभियान की चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने जमकर इसकी तारीफ की। उन्होंने कहा- भगवान बिरसा मुंडा की धरती से यह अभियान आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री स्वयं इस मुद्दे को लेकर संवेदनशील हैं और उन्होंने पंचायत प्रतिनिधियों समेत जनसमुदाय को वर्षा जल संरक्षण के जरिए जल संचयन का आह्वान किया है।

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी इस अभियान से सबको सक्रियता से जुडऩे का निर्देश दिया है। दैनिक जागरण ने जल संचयन अभियान की शुरुआत विश्व जल दिवस के मौके पर 22 मार्च से की थी। अभियान कई पड़ाव पूरे कर चुका है। राज्य में जल संकट सबको चिंतित कर रहा है। इसपर रणनीति बनाकर काम करने की आवश्यकता शिद्दत से महसूस की जा रही है। यह दैनिक जागरण की जन सरोकार की पत्रकारिता का भी एक अहम हिस्सा है कि हम समाज को चुनौतियों के प्रति सचेत करें और समाधान भी सुझाएं।

ऐसे चलेगी जल संरक्षण की अनूठी मुहिम

जल सेना का गठन

जल संरक्षण के लिए दैनिक जागरण और राज्य सरकार की मुहिम डेढ़ लाख जल सैनिकों के बनाए जाने से शुरू होगी।

कौन होंगे जल सैनिक

9000 सरकारी व निजी स्कूलों के दस-दस विद्यार्थी (कक्षा छह से बारह तक) यानी कुल 90 हजार जल सैनिक

4000 से अधिक पंचायत

प्रत्येक पंचायत से दस-दस सैनिक यानी कुल 40 हजार से अधिक जल सैनिक। इसके अलावा विभिन्न संस्थाओं के जल सैनिक। इस तरह राज्य में कुल डेढ़ लाख जल सैनिक बनाए जाएंगे।

जल संसद का आयोजन

जुलाई महीने में प्रत्येक जिले में जल संसद का आयोजन किया जाएगा। इसमें सभी स्कूलों की जल सेना शामिल होगी। उपायुक्त और दैनिक जागरण की टीम जल सैनिकों को जल संरक्षण का महत्व समझाएगी। जल सैनिकों को बताया जाएगा कि उन्हें कैसे काम करना है।

जल सैनिकों का काम

जल सैनिक जल संरक्षण की दिशा में कदम उठाएंगे। हर उस जगह पर जहां जल की बर्बादी होती है वहां जागरूकता फैलाएंगे। जल सैनिक अपने गली, मुहल्ले, सड़क, शहर हर जगह पानी बचाने के लिए अनवरत सक्रिय रहेंगे। वे अपने किए गए कार्यों का वीडियो भी बनाएंगे। वीडियो देखकर ज्यूरी बेहतर काम करने वालों को सम्मानित करेगी। साल के अंत में इसके लिए राज्य स्तर पर एक आयोजन किया जाएगा।

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