वामदलों ने किया चुनावी शंखनाद, केंद्र-राज्‍य से भाजपा को उखाड़ फेंकने का संकल्‍प

भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर केंद्र की भाजपा सरकार के खिलाफ राजधानी में मंगलवार को संविधान बचाओ रैली का आयोजन किया।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Tue, 27 Nov 2018 02:35 PM (IST) Updated:Tue, 27 Nov 2018 08:10 PM (IST)
वामदलों ने किया चुनावी शंखनाद, केंद्र-राज्‍य से भाजपा को उखाड़ फेंकने का संकल्‍प
वामदलों ने किया चुनावी शंखनाद, केंद्र-राज्‍य से भाजपा को उखाड़ फेंकने का संकल्‍प

रांची, राज्‍य ब्‍यूरो। मोरहाबादी मैदान में मंगलवार को आयोजित वाम दलों की रैली में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने जनहित में देश और झारखंड से भाजपा की सरकार को उखाड़ फेंकन का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जनता भाजपानीत सरकार से ऊब चुकी है। ऐसे में अगर तमाम विपक्ष एकजुट रहा तो भाजपा नामक काठ की हांडी देश में दोबारा नहीं चढ़ेगी।

उन्होंने आरएसएस की तुलना हिटलर से की। भाजपा की सरकार आरएसएस के नक्शे कदम पर चल रही है। लिहाजा मोदी सरकार का काम करने का तरीका भी हिटलर वाला है। वाम दलों की रैली में कांग्रेस और राजद के नेता भी मौजूद थे। अतुल अंजान ने भाजपा सरकार पर आरोप मढ़ा कि कच्चे तेल की कीमत में कमी के बावजूद देश में पेट्रोलियम पदार्थों के मूल्य में कमी नहीं आई।

भाजपा ने अपनी नीतियों के तहत तेल कंपनियों को अप्रत्यक्ष रूप से आठ लाख करोड़ का लाभ पहुंचाया। इनमें से अकेले पांच लाख करोड़ का लाभ भाजपा की एक चहेती कंपनी को दिया गया। इनमें से एक लाख करोड़ रुपये से भाजपा आसन्न चुनाव लड़ेगी।

झारखंड की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार खरीद-फरोख्त की बुनियाद पर टिकी है। ऐसे में यहां की सरकार जल, जंगल, जमीन, खदान के साथ-साथ जनता को भी बेचने पर तुली है। इसे समझना होगा। उन्होंने विपक्षी दलों को सरकार की इस सच्चाई से एक-एक जनता को अवगत कराने को कहा। भुवनेश्वर मेहता, जनार्दन प्रसाद, गोपीकांत बख्शी, राजेश यादव आदि ने भी अपनी बातें रखीं।

मोदी-रघुवर ने अपनी ब्रांडिंग पर लुटाए 4500 करोड़ : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. अजय कुमार ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव जीतने के बाद तथाकथित योजनाओं के नाम पर चार हजार करोड़ रुपये खर्च कर अपनी ब्रांडिंग की है। सरकार के पास टीकाकरण के लिए राशि नहीं है।

किसानों का ऋण माफ करने की औकात नहीं, परंतु उद्योगपतियों के 2.40 लाख करोड़ रुपये माफ करने में उसे देर नहीं लगी। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसी तरह अपनी ब्रांडिंग पर 500 करोड़ लुटा दिए। उन्होंने कहा कि जनता सब जान चुकी है। 2019 में रघुवर सरकार को उनकी करनी का फल मिल जाएगा।

केंद्र में हिंदू-मुसलमान, झारखंड में आदिवासी-ईसाई के नाम की राजनीति : पूर्व केंद्रीय मंत्री सह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय ने कहा कि केंद्र में हिंदू-मुसलमान के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेंकी जा रही हैं। इससे इतर झारखंड में आदिवासियों और ईसाइयों को आपस में लड़ाकर यह काम किया जा रहा है। कांग्रेस की लड़ाई भाजपा से नहीं, उसकी नीतियों से है। भाजपा की नींव झूठ की बुनियाद पर टिकी है। अगर तमाम विपक्ष एक रहा तो झारखंड से रघुवर सरकार की छुट्टी तय है।

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