56 करोड़ के लिए सरकार की ये दो नामी कंपनियां आ गईं आमने-सामने; जानें पूरा मामला

प्रोजेक्‍ट में देर से कोल इंडिया ने 56 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी जब्त कर ली है। कोयला मंत्रालय ने बीसीसीएल की ओर से जब्त 9.30 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी लौटाने का निर्देश दिया है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Thu, 03 Oct 2019 08:09 AM (IST) Updated:Thu, 03 Oct 2019 09:05 AM (IST)
56 करोड़ के लिए सरकार की ये दो नामी कंपनियां आ गईं आमने-सामने; जानें पूरा मामला
56 करोड़ के लिए सरकार की ये दो नामी कंपनियां आ गईं आमने-सामने; जानें पूरा मामला

रांची, जासं। आर्थिक संकट से जूझ रहे एचईसी के सामने कोल इंडिया के द्वारा बैंक गारंटी की 56 करोड़ रुपये रख लेने से बड़ी समस्या उत्पन्न हो गयी है। इस मामले में एचईसी के द्वारा कोल इंडिया के साथ लगातार बैठक की जा रही है। कोयला मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में एचईसी को आदेश दिया गया कि वो देर से चल रही परियोजनाओं में तेजी लाये। इसके साथ ही तेतुलमारी प्रोजेक्ट के लिए बीसीसीएल के द्वारा जब्त की गई 9.30 करोड़ रुपये की बैंक गारंटी को लौटाने का आदेश दिया है।

देर से काम करने का आरोप गलत

एचईसी प्रबंधन ने कहा है कि कोल इंडिया के द्वारा देर से काम करने का आरोप बेबुनियाद है। बीसीसीएल के द्वारा जब्त 9.30 करोड़ रुपये की तरह ही कोल इंडिया और अनुषांगिक कंपनियों को भी राशि वापस देनी होगी। इसके लिए जरूरत पडऩे पर कंपनी कानून का सहारा भी ले सकती है। इसके लिए प्रबंधन के द्वारा कोल इंडिया के साथ लगभग प्रतिदिन बैठक की जा रही है और पैसे वापस पाने के लिए जरूरी रोड मैप पर काम जारी है। इस मामले को लेकर एचईसी की ओर से भारी उद्योग मंत्रालय और पीएमओ को जानकारी दी गयी है। मामले के निष्पादन के लिए पीएमओ ने एचईसी और कोल इंडिया की तीनों कंपनियों को पत्र लिखा है।

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