पटना में है क्‍लोन चेक की फैक्‍ट्री, शातिर अपराधियों का बिहार-झारखंड और यूपी में मजबूत नेटवर्क; जानें पूरा मामला

पटना में बने चेक के जरिये झारखंड विधानसभा बनाने वाली रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के खाते से उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एसबीआइ ब्रांच से 16.80 लाख रुपये निकालने की कोशिश की गई।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sun, 15 Sep 2019 08:47 AM (IST) Updated:Sun, 15 Sep 2019 08:47 AM (IST)
पटना में है क्‍लोन चेक की फैक्‍ट्री, शातिर अपराधियों का बिहार-झारखंड और यूपी में मजबूत नेटवर्क; जानें पूरा मामला
पटना में है क्‍लोन चेक की फैक्‍ट्री, शातिर अपराधियों का बिहार-झारखंड और यूपी में मजबूत नेटवर्क; जानें पूरा मामला

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड के नए विधानसभा भवन बनाने वाली प्रतिष्ठित कंपनी रामकृपाल कंस्ट्रक्शन के खाते से उत्तर प्रदेश के संभल जिले में 16.80 लाख रुपये निकालने की कोशिश की गई। इस कंस्ट्रक्शन कंपनी के खाते से क्लोन चेक से रुपये निकालने की कोशिश का यह कोई नया मामला नहीं। पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसके बाद से कंपनी भी परेशान है कि आखिर ऐसा हो कैसे रहा है। साइबर अपराधियों को चेक के ब्योरे कैसे मिल रहे हैं। कंपनी के पदाधिकारी बैंक के संपर्क में हैं ताकि ऐसा करने वालों तक पहुंचने में सफलता मिल सके। कंपनी को शक है कि कोई अपना ही तो अपराधियों को ब्योरा उपलब्ध नहीं करा रहा है। अगर ऐसा है तो उसे चिह्नित किया जाना बहुत जरूरी है।

पटना में तैयार क्लोन चेक से ही रांची में लग चुका है कइयों को चूना

रांची में क्लोन चेक से लाखों की निकासी मामले में यह खुलासा हो चुका है कि पटना में चेक का क्लोन तैयार होता है और जाली चेक झारखंड पहुंचता है। इस चेक से कइयों के खाते खाली हो चुके हैं। यह खुलासा कोतवाली थाने से पूर्व में जेल जाने वाले साइबर अपराधियों ने किया था। जेल जाने वालों में मास्टरमाइंड पलामू का संतोष चौरसिया व अक्षय कुमार, रांची के लापुंग का संतोष महतो, कांके का अभिषेक पांडेय, मांडर का संजय उरांव व पंडरा का रवि यादव शामिल थे।

पटना में भी आ चुका है ऐसा ही एक बड़ा मामला

पटना में करीब तीन माह पूर्व कॉलेज ऑफ कामर्स परिसर स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में दो क्लोन चेक से साढ़े चार करोड़ रुपये की निकासी के दौरान राजकुमार राज नामक युवक पकड़ा गया था। वह वर्तमान में जेल में है। पुलिस उसके साथियों व उसके नेटवर्क का पता लगा रही है।

कंस्ट्रक्शन के खाते से 16.80 लाख निकासी की कोशिश

झारखंड के नए विधानसभा भवन सहित कई बड़े प्रोजेक्ट पर काम करने वाली रांची की रामकृपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के खाते से 16.80 लाख रुपये निकासी की कोशिश की गई। कंपनी का क्लोन चेक बनाकर उत्तरप्रदेश के संभल जिले के एसबीआई असमोली ब्रांच में कैश कराने के लिए डाला गया था। हालांकि जिस खाते में कैश कराने के लिए चेक डाला गया, उसके खाताधारक के खिलाफ एफआइआर के लिए स्थानीय थाने को आवेदन दिया गया है।

यूपी के संभल एसबीआई में कैश कराने के लिए डाला था क्‍लोन चेक

जानकारी के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक असमोली में बिहार के एक खाताधारक के खाते का क्लोन चेक लगाकर 16.80 लाख रुपये के फर्जी भुगतान कराने की कोशिशों पर बैंक के प्रबंधक पारितोष ने रोक लगा दी। बैंक की ओर से रामकृपाल कंस्ट्रक्शन से संपर्क किया गया तो कंपनी ने ऐसे किसी भी चेक को जारी करने की बात से इन्कार कर दिया। इसके बाद चेक को होल्ड पर रखकर जांच शुरू कर की गई।

रानी नाम की महिला के नाम से डाला गया था चेक

चेक पर लिखे रानी नाम की महिला के खिलाफ एफआइआर कराने के लिए पुलिस को आवेदन दिया गया है। आवेदन में यह भी जिक्र किया गया है कि रामकृपाल कंस्ट्रक्शन के खाते में 153 करोड़ रुपये पहले से पड़े हैं। यह खाता किसी बड़े साइबर क्रिमिनल गिरोह से जुड़े होने की आशंका व्यक्त की जा रही है।

चेक ड्रॉप बॉक्स पर छोड़ा गया था चेक

भारतीय स्टेट बैंक की असमोली शाखा में कुछ दिन पहले रीना कुमारी के नाम से एक चेक कैश करने के लिए बाक्स में डाल दिया गया था। ड्राप बॉक्स में पड़े इस चेक की संख्या 549988 व खाता संख्या 30011156703 था। खाता धारक रामकृपाल सिंह कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड था और चेक 16,80,930 रुपये था। इस चेक को रानी के नाम से खाता संख्या 37954024150 पर भुगतान करना था। महिला के पति का नाम फकरूददीन दर्ज किया गया है।

मामला पकड़ में आने के बाद असमोली थाना पुलिस को मुकदमा दर्ज कराने के लिए बैंक के शाखा प्रबंधक पारितोष ने तहरीर दे दी है। पारितोष का कहना है कि चेक प्रथम दृष्टया ही फर्जी प्रतीत हो रहा था। जांच कराने पर सत्यता सामने आ गई। इंस्पेक्टर रणवीर सिंह ने कहा कि मामले की जानकारी है। जांच की जा रही है जल्द ही मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

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