Jharkhand Polytechnic Colleges Courses: हाइटेक होंगे पॉलीटेक्निक कालेज, बाजार की हिसाब से डिजाइन करेंगे कोर्स

Jharkhand Polytechnic Colleges Courses विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा देने के पहले रिसर्च करने की जरूरत है कि पॉलीटेक्निक के किस कोर्स में रोजगार के क्या अवसर हैं।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Thu, 05 Dec 2019 09:22 AM (IST) Updated:Thu, 05 Dec 2019 02:28 PM (IST)
Jharkhand Polytechnic Colleges Courses: हाइटेक होंगे पॉलीटेक्निक कालेज, बाजार की हिसाब से डिजाइन करेंगे कोर्स
Jharkhand Polytechnic Colleges Courses: हाइटेक होंगे पॉलीटेक्निक कालेज, बाजार की हिसाब से डिजाइन करेंगे कोर्स

रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Polytechnic Colleges Courses मुख्य सचिव डॉ. डीके तिवारी ने बाजार की मांग के अनुरूप पॉलीटेक्निक कालेजों के कोर्स डिजाइन करने का निर्देश उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के पदाधिकारियों को दिया है। विभाग की समीक्षा के क्रम में उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा देने के पहले रिसर्च करने की जरूरत है कि पॉलीटेक्निक के किस कोर्स में रोजगार के क्या अवसर हैं। यह आकलन भी करने को कहा कि कौन-सा परंपरागत कोर्स या ट्रेड बाजार की मांग के अनुरूप उपयोगी नहीं रहा है। ऐसे कोर्स बंद किए जाने चाहिए।

मुख्य सचिव ने निर्माणाधीन एवं प्रस्तावित पॉलीटेक्निक कॉलेजों की समीक्षा उनकी आवश्यकता के अनुरूप करने का निर्देश देते हुए कहा कि यदि उनकी जरूरत नहीं हो, तो उनका उपयोग स्किल डवलपमेंट सेंटर के रूप में निजी भागीदारी के आधार पर किया जाए। उन्होंने पॉलीटेक्निक की संबद्धता तकनीकी विश्वविद्यालय से सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। मुख्य सचिव ने रांची के वराहमिहिर तारामंडल व साइंस सिटी के अपग्रेडेशन पर बल देते हुए कहा कि तारामंडल, साइंस सिटी और एस्ट्रोनॉमी क्लब के साथ वहां कैफेटेरिया, लेजर शो, म्युजिकल बैंड आदि का एक पैकेज बनाएं। तारामंडल से संबंधित जानकारी ऑनलाइन करने का भी निर्देश दिया, ताकि लोगों को पता चले कि तारामंडल का शो कब-कब होता है। टिकट के मूल्य तथा ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा भी मिल सकेगी।

ये भी दिए निर्देश इंजीनियरिंग कॉलेजों के संचालन के लिए मनिपाल, एमिटी, बीआइटी, बीआइटी पिलानी आदि से समन्वय बनाएं। बीआइटी मेसरा को अनुदान देने के पहले यह सुनिश्चत करें कि एमओयू के अनुरूप झारखंड के छात्र-छात्राओं का नामांकन हो रहा है। झारखंड के बच्चों से लिए जानेवाले फीस व अन्य आमदनी तथा व्यय की स्थिति भी देखें। नियोजनालय की घटती उपयोगिता के मद्देनजर रोजगार डैशबोर्ड के माध्यम से रिक्तियों की सूचना दें। निर्मित हो चुके दस आइटीआइ भवनों में तीन माह के भीतर पढ़ाई शुरू करें।

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