बकोरिया मुठभेड़: सीबीआइ ने कई पुलिस अधिकारियों से की पूछताछ

Jharkhand. तत्कालीन अभियान एएसपी कन्हैया सिंह पुलिस उपाधीक्षक प्रभात रंजन व अन्य कर्मियों से बातचीत की गई है। इस क्रम में सीबीआइ को कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 18 Feb 2020 07:01 PM (IST) Updated:Tue, 18 Feb 2020 07:01 PM (IST)
बकोरिया मुठभेड़: सीबीआइ ने कई पुलिस अधिकारियों से की पूछताछ
बकोरिया मुठभेड़: सीबीआइ ने कई पुलिस अधिकारियों से की पूछताछ

मेदिनीनगर (पलामू), जासं। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की टीम ने मंगलवार को बहुचर्चित बकोरिया मुठभेड़ कांड की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार के अनुसार रविवार की शाम में ही टीम के सदस्य पलामू पहुंच गए थे। साेमवार को वरीय अधिकारियों के आने के बाद विधिवत रूप से जांच आरंभ किया गया। सूत्रों के अनुसार तत्कालीन अभियान एएसपी कन्हैया सिंह, पुलिस उपाधीक्षक प्रभात रंजन व अन्य कर्मियों से बातचीत की गई है। इस क्रम में सीबीआइ को कई महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।

बता दें कि सीबीआइ ने इस मामले में सतबरवा के तत्कालीन थाना प्रभारी मो. रुस्तम को सरकारी गवाह बना लिया है। इसके अलावा अधिकारियों व कर्मियों के बयानों में भी विराधाभास सामने आए हैं। इसके बाद से मामला का शीघ्र उदभेदन का कयास लगाया जाना लगा है। विगत वर्ष भी सीबीआइ व फोरेंसिक लैब की टीम पलामू पहुंची थी। मौके पर जांच दल ने घटना का डेमो भी किया था।

इस घटना की जांच पहले सीआइडी को दी गई थी। हाई कोर्ट के निर्देश के आलोक में मामला सीबीआइ को सौंप दिया गया था। इसके बाद कई बार सीबीआइ की टीम पलामू का दौरा कर चुकी है। 8-9 जून 2015 की रात सतबरवा थाना के भलवही घाटी में नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में तथाकथित 12 नक्सली मारे गए थे। इसमें कुख्यात कमांडर अनुराग उर्फ डाॅक्टर, एक पारा शिक्षक समेत चार नाबालिग सहित अनुराग के कई रिश्तेदार भी मारे गए थे।

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