सीबीआइ ने चिटफंड घोटाले में दो निदेशकों समेत चार को दबोचा, 14 दिनों की न्‍यायिक हिरासत में

चिट फंड घोटाले की जांच कर रही रांची स्थित आर्थिक अपराध शाखा ने सभी को विशेष अदालत के आदेश पर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

By Alok ShahiEdited By: Publish:Sat, 08 Dec 2018 01:03 PM (IST) Updated:Sat, 08 Dec 2018 01:03 PM (IST)
सीबीआइ ने चिटफंड घोटाले में दो निदेशकों समेत चार को दबोचा, 14 दिनों की न्‍यायिक हिरासत में
सीबीआइ ने चिटफंड घोटाले में दो निदेशकों समेत चार को दबोचा, 14 दिनों की न्‍यायिक हिरासत में

रांची, राज्य ब्यूरो। सीबीआइ की आर्थिक अपराध शाखा ने चिटफंड के  बहुचर्चित मामले में मेसर्स प्रतिज्ञा इंडस्ट्रीज लिमिटेड के दो निदेशक सहित चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपितों को सीबीआइ की विशेष अदालत के आदेश पर 14 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तार आरोपितों में मेसर्स प्रतिज्ञा इंडस्ट्रीज लिमिटेड के दो निदेशक पवन कुमार (भागलपुर) व मोहम्मद मुस्तकीम आलम (नया नगर, गोडडा)  शामिल हैं।

वहीं, दो अन्य आरोपितों में रवि शंकर (बोकारो) व शहबाज आलम (भागलपुर) हैं। सीबीआइ की आर्थिक अपराध शाखा ने झारखंड हाई कोर्ट के 11 मई 2015 के आदेश पर चिटफंड के मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी। मेसर्स प्रतिज्ञा इंडस्ट्रीज लिमिटेड व 12 अन्य कंपनियों के विरुद्ध गोड्डा के महगामा थाने में 2013 में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

इसमें आपराधिक षड्यंत्र के तहत अवैध तरीके से भारी मात्रा में निवेशकों के रुपयों के गबन का आरोप लगा था। इसी केस को सीबीआइ ने टेकओवर करते हुए कांड का अनुसंधान शुरू किया, जिसमें चारों आरोपित पकड़े गए हैं। सीबीआइ की छानबीन में यह खुलासा हुआ कि आरोपियों ने बिना किसी वैध आदेश के निवेशकों के रुपये वसूले और लेकर फरार हो गए।

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