बाबूलाल मरांडी पर रवींद्र राय ने किया 10 करोड़ की मानहानि का दावा

बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया था कि 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ने उसके छह विधायकों को 11 करोड़ रुपये में खरीदा है।

By Sachin MishraEdited By: Publish:Fri, 05 Oct 2018 05:35 PM (IST) Updated:Fri, 05 Oct 2018 07:12 PM (IST)
बाबूलाल मरांडी पर रवींद्र राय ने किया 10 करोड़ की मानहानि का दावा
बाबूलाल मरांडी पर रवींद्र राय ने किया 10 करोड़ की मानहानि का दावा

राज्य ब्यूरो, रांची। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सह कोडरमा सांसद रवींद्र राय ने झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी पर दस करोड़ की मानहानि का दावा किया है। शुक्रवार को रांची व्यवहार न्यायालय सब जज वन विजय कुमार श्रीवास्तव की अदालत में यह केस दायर किया गया।

बाबूलाल मरांडी ने तीन माह पूर्व आरोप लगाया था कि 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा ने उसके छह विधायकों को 11 करोड़ रुपये में खरीदा है। बाबूलाल ने इस खरीद-फरोख्त से सीधे तौर पर भाजपा के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय को जोड़ा था। राय ने इस संदर्भ में गत 17 जुलाई को बाबूलाल को लीगल नोटिस भेजकर 15 दिनों में माफी मांगने को कहा था। साथ ही, यह चेतावनी भी दी थी कि यदि वे माफी नहीं मांगेंगे तो उन पर दस करोड़ की मानहानि का दावा करेंगे। रवींद्र राय ने शुक्रवार को अपने आवास में मीडिया से बातचीत में बाबूलाल पर 10 करोड़ की मानहानि का दावा करने की जानकारी दी।

कहा, उन्हें पूर्व में बाबूलाल मरांडी को लीगल नोटिस दिया था जिसका कोई जवाब अब तक नहीं दिया गया है। मैने उन्हें चुनौती दी थी कि सत्यता प्रमाणित करें। उन्होंने कहा कि बाबूलाल ने मेरे पुराने पैड का उपयोग करते हुए आर्थिक लेनदेन की बात का जिक्र किया था। जो पत्र उन्होंने जारी किया वह समसमायिक पत्र नहीं था। उस पत्र में मेरे हस्ताक्षर की नकल की गई थी। कहा, यह आपराधिक मामला भी बनता है। पुराने लेटर हेड पर हस्ताक्षर स्कैन किए गए। यह जालसाजी है, कानूनी रूप से अपराध है। हमारी राजनीतिक छवि को धूमिल किया गया। इसलिए उन पर 10 करोड़ की मानहानि का केस किया।

जानें, क्या है मामला
झाविमो अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने गत छह जुलाई को कथित तौर पर तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद रवींद्र राय का हस्ताक्षर युक्त एक पत्र जारी कर यह दावा किया था कि झाविमो से भाजपा में शामिल हुए छह विधायकों को 11 करोड़ रुपये में खरीदा गया है। पत्र में इस बात का भी उल्लेख था कि किस विधायक को कितनी राशि दी गई है। बाबूलाल ने इस संदर्भ में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात कर पूरे मामले की जांच कराने का अनुरोध किया था। भाजपा के पूर्व अध्यक्ष रवींद्र राय ने बाबूलाल के आरोप लगाने के ठीक अगले दिन झाविमो से भाजपा में शामिल हुए सभी छह विधायकों के साथ प्रेस कांफ्रेंस कर बाबूलाल को सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा था। यह भी कहा था कि यदि बाबूलाल माफी नहीं मांगते हैं तो उन पर मानहानि का केस किया जाएगा। 

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