अब रांची एयरपोर्ट पर उतर सकेंगे बड़े बोइंग विमान, रनवे के विस्‍तार के लिए मास्‍टर प्‍लान तैयार

Jharkhand News सरकार से जमीन मिलने के बाद एयरपोर्ट के विस्तार का खाका तैयार हो रहा है। रनवे की लंबाई बढ़ने के बाद रांची एयरपोर्ट देश के बड़े एयरपोर्ट में शुमार होना लगेगा। रनवे की चौड़ाई भी बढ़ाई जाएगी।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Sun, 07 Feb 2021 03:58 PM (IST) Updated:Sun, 07 Feb 2021 04:03 PM (IST)
अब रांची एयरपोर्ट पर उतर सकेंगे बड़े बोइंग विमान, रनवे के विस्‍तार के लिए मास्‍टर प्‍लान तैयार
रांची एयरपोर्ट के हैंगर का भी विस्तार होगा।

रांची, जासं। रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट को राज्य सरकार से 303.62 एकड़ जमीन मिल गई है। इससे एयरपोर्ट का विस्तार किया जाएगा। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई बढ़ाई जाएगी, ताकि यहां बड़े बोइंग विमान उतर सकें। अभी यहां बड़े विमान नहीं उतर सकते हैं। रनवे की लंबाई बढ़ने के बाद रांची एयरपोर्ट देश के बड़े एयरपोर्ट में शुमार होना लगेगा। रांची एयरपोर्ट के विस्तार का मास्टर प्लान तैयार हो रहा है। एयरपोर्ट को आकर्षक बनाया जाएगा और यात्री सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी। एयरपोर्ट के हैंगर का भी विस्तार होगा।

साढ़े 3 किलोमीटर लंबा बनेगा रनवे

अभी रनवे की लंबाई 2748 मीटर है। रनवे की लंबाई बढ़ने से एयरपोर्ट पर बोइंग विमान उतर सकेंगे। एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई साढ़े तीन हजार मीटर करने की बात कही जा रही है। साथ ही रनवे की चौड़ाई भी बढ़ाई जाएगी। अभी रनवे की चौड़ाई 45 मीटर है। इसे इसकी चौड़ाई 60 मीटर करने की योजना है, ताकि लैंडिंग और टेक ऑफ में आसानी हो सके।

डेढ़ सौ मीटर की चौड़ाई में विकसित होगी रनवे स्ट्रिप

रांची एयरपोर्ट के रनवे स्ट्रिप का भी विकास होगा। रनवे स्ट्रिप कम होने से विमानों को इमरजेंसी के समय बेली लैंडिंग करने में आसानी होती है। अभी विमान पर बेली लैंडिंग नहीं हो सकती। बेली लैंडिंग के लिए रनवे के बगल में कच्ची जमीन चाहिए। इसलिए रनवे से लगभग डेढ़ सौ मीटर चौड़ी रनवे स्ट्रिप विकसित करने की योजना है, ताकि बेली लैंडिंग में इस स्ट्रिप का इस्तेमाल किया जा सके। एयरपोर्ट के निदेशक विनोद शर्मा ने बताया कि कभी-कभी विमान के व्हील नहीं खुलते। ऐसे में बेली लैंडिंग करानी पड़ती है। बेली लैंडिंग में खतरा कम होता है।

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