सीबीएसई स्कूलों के नजदीक फास्टफूड पर लगी पाबंदी
डॉ. नीरज कुमार के मुताबिक, अधिक फास्ट फूड के सेवन से बच्चे थका हुआ महसूस करते हैं।
प्रणय सिंह, रांची। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का वास होता है। बच्चे स्वस्थ व तंदुरुस्त रहेंगे, तो पढ़ाई में अधिक मन लगाएंगे। इसी बात का ध्यान रखते हुए सीबीएसई ने सभी स्कूलों से कैंपस के भीतर कैंटीन में फास्ट फूड उपलब्ध नहीं कराने का निर्देश दिया है। स्कूल कैंपस के 200 मीटर के दायरे तक किसी तरह के फास्ट फूड की दुकानें नहीं लगाने का भी निर्देश दिया गया है।
सीबीएसई ने सकरुलर जारी कर स्कूल कैंटीन में चिप्स, कोल्ड डिंक्स, नूडल्स, पिज्जा, बर्गर, चॉकलेट, कैंडी जैसी चीजें उपलब्ध नहीं कराने का निर्देश दिया है। रांची के डॉ. नीरज कुमार कहते हैं कि आज लोग पौष्टिक आहार कम और फास्ट फूड या जंक फूड अधिक खा रहे हैं।
जंक फूड हमारी जिंदगी को कितना नुकसान पहुंचा सकता है, इसका अंदाजा बच्चों को नहीं है। इसलिए अभिभावकों को इसे ओर ध्यान देना चाहिए। अधिक फास्ट फूड के सेवन से बच्चे थका हुआ महसूस करते हैं। आवश्यक पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, काबरेहाइड्रेट की कमी की वजह से फास्ट फूड ऊर्जा के स्तर को कम कर देता है। ऐसे में फास्ट फूड को नजरंदाज करें तो ज्यादा अच्छा होगा।
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