पुलिस के खिलाफ शिकायत मिली तो तुरंत लिया जाएगा एक्शन Ranchi News

Jharkhand. एमवी राव ने डीजीपी का पदभार ग्रहण करते ही वादा किया। कहा कि पुलिस को दस बिंदुओं पर दिया जाएगा 100 दिनों का टास्क।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Publish:Tue, 17 Mar 2020 06:23 PM (IST) Updated:Tue, 17 Mar 2020 06:23 PM (IST)
पुलिस के खिलाफ शिकायत मिली तो तुरंत लिया जाएगा एक्शन Ranchi News
पुलिस के खिलाफ शिकायत मिली तो तुरंत लिया जाएगा एक्शन Ranchi News

रांची, राज्य ब्यूरो। झारखंड कैडर के 1987 बैच के आइपीएस अधिकारी डीजी होमगार्ड सह अग्निशमन एमवी राव ने मंगलवार को झारखंड के पुलिस महानिदेशक पद का अतिरिक्त प्रभार लिया। उन्होंने पुलिस मुख्यालय में निर्वतमान डीजीपी कमल नयन चौबे (1986 बैच) से पदभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण के बाद राव ने प्रेस कांफ्रेंस कर झारखंड पुलिस की प्राथमिकता गिनाई और बताया कि राज्य में अमन-चैन उनकी प्राथमिकता है। सिपाही से लेकर वरीय पदाधिकारियों तक को उन्होंने दो टूक कहा कि अगर किसी के खिलाफ किसी भी स्तर पर शिकायत मिली तो प्राथमिकता के आधार पर त्वरित कार्रवाई होगी।

दोषी पुलिसकर्मी-पदाधिकारी बख्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा है कि झारखंड पुलिस के लिए 10 बिंदुओं पर 100 दिनों का टास्क तैयार किया जाएगा, जिसकी समय-समय पर समीक्षा होगी। 100 दिनों के बाद अंतिम रूप से उसकी समीक्षा होगी कि उसपर कितना क्रियान्वयन हो पाया। झारखंड पुलिस में पूर्व से चले आ रहे अच्छे कार्यों को उनके नेतृत्व वाली पुलिस भी आगे बढ़ाएगी। आम जनता को मिलने वाली पुलिस सेवा में गुणात्मक बढ़ोतरी होगी और इसके लिए शीघ्र ठोस निर्णय लिए जाएंगे। प्रदेश में जो भी लंबित कांड हैं, उनके निष्पादन पर विशेष जोर होगा। गंभीर कांडों का स्पीडी ट्रायल भी कराया जाएगा।

मुख्यमंत्री से की मुलाकात

पुलिस महानिदेशक का पदभार ग्रहण करने के पूर्व एमवी राव ने मुख्यमंत्री रघुवर दास से शिष्टाचार मुलाकात की। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पुलिस आम जनता की अपेक्षा पर खरा उतरने की कोशिश करेगी।

बनाएंगे सिटीजन चार्टर, जनता से भी मांगेंगे सुझाव

डीजीपी एमवी राव ने कहा कि झारखंड पुलिस का सिटीजन चार्टर तैयार होगा। इसपर जनता से भी सुझाव मांगा जाएगा, जो वाट्सएप, फेसबुक, फोन, ई-मेल या अन्य किसी भी माध्यम से सुझाव लिया जाएगा। छेड़खानी, शराब पीकर हल्ला-गुल्ला की परेशानी, चोरी की समस्या सहित किसी तरह की शिकायत को सिर-माथे पर लिया जाएगा। इसके बाद राज्य में आम जनता की समस्या के दस बिंदुओं को चिह्नित किया जाएगा, जिसमें गुणात्मक सुधार के लिए 100 दिनों की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। उन्होंने  कहा कि आम जनता के प्रति थाना से लेकर डीजीपी तक जवाबदेह बनेंगे। जनता के सुझाव सर्वोपरि होंगे।

पुलिस की जीवनशैली में भी गुणात्मक बदलाव की कोशिश

डीजीपी ने कहा कि पुलिस खासकर सिपाही की जीवनशैली में भी गुणात्मक बदलाव की कोशिश होगी। उनके रहने-खाने की व्यवस्था और उन्हें चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए प्रबंधन के स्तर पर पूरी कोशिश होगी।

महिला-बच्चे व वरिष्ठ नागरिक की सुरक्षा पर खास नजर

नए डीजीपी ने झारखंड पुलिस की प्राथमिकता में महिला, बच्चे व वरिष्ठ नागरिक की सुरक्षा पर खास नजर रखने का प्लान बताया। कहा कि स्कूल-कॉलेज के बच्चों के साथ भी पुलिस लगातार बातचीत करेगी, ताकि उनकी समस्या को नजदीक से जान सके। उनकी शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए उसके निदान की कोशिश की जाएगी।

कोरोना वायरस पर सरकार के गाइडलाइंस का पालन होगा

कोरोना वायरस पर सरकार व स्वास्थ्य विभाग का जो भी गाइडलाइंस होगा, उसका पुलिस पालन करेगी। सोशल पुलिसिंग में भी झारखंड पुलिस सरकार के साथ होगी। थाना स्तर पर या भीड़भाड़ वाले स्थान के लिए कोरोना वायरस से निपटने में सरकार से जो भी निर्देश मिलेगा, उसका पुलिस पालन करेगी।

भावुक हुए पूर्व डीजीपी कमल नयन चौबे

निवर्तमान डीजीपी कमल नयन चौबे ने कहा कि पुलिसिंग अनवरत प्रयास करने वाली संस्था है। उनमें जितनी क्षमता थी, कोशिश की कि इमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के साथ पुलिस परिवार के सदस्यों को चाहे वह सिपाही हो या वरीय अधिकारी, सबको साथ लेकर चलें। उन्हें गर्व है कि वे एक कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी को अपना पदभार सौंप रहे हैं। झारखंड पुलिस को उनके अनुभव का लाभ मिलेगा।

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